उत्तराखंड
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत कार्यक्रम
कुलदीप राय उत्तराखण्ड प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(कुलदीप राय) उत्तराखंड। आज राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता रायपुर में आजादी का अमृत महोत्सव पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में
राष्ट्रीय सेवा योजना तथा रोवर रेंजर की इकाई के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया इस अवसर पर संयुक्त निदेशक प्रो० आनंद सिंह उनियाल ने कहा कि रक्तदान जीवनदान के बराबर है इसलिए एक नौजवान को नियमित रक्तदान अवश्य करना चाहिए, प्रोफ़ेसर उनियाल ने रक्तदान के पश्चात आने वाली सामान्य अनुभव से बच्चों को परिचित कराया तथा उन्हें नियमित रक्तदान से होने वाले लाभ के संदर्भ में जागरूक किया, इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफ़ेसर वंदना शर्मा ने कहा कि अपने लिए तो पशु पक्षी भी जीवन जीते हैं मनुष्य वही है समाज के लिए जीना सीखें शिक्षा का वास्तविक अभिप्राय तभी सफल होगा जब युवा समाज के लिए जीना सीख जाएगा, प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि ग्रामीण अंचल में विशेषकर छात्राओं में हीमोग्लोबिन की कमी देखी जा रही है इसलिए उन्हें अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, रक्तदान की शुरुआत रसायन विज्ञान के प्रोफेसर महेंद्र सिंह पवार ने की उन्होंने बताया कि वह नियमित रक्तदान करते रहते हैं तथा उन्हें रक्तदान करके विशेष खुशी का अनुभव होता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ० मंजू कोंगियाल तथा डॉ० सुमन सिंह गोसाई ने छात्र छात्राओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया एवं रोवल लीडर डॉ०दयाधर दीक्षित तथा रेंजर लीडर डॉ० रेखा चमोली ने स्वयंसेवकों को समाज में एक आदर्श स्थापित करने की प्रेरणा दी और बताया की स्वैच्छिक रक्तदान द्वारा हम सिर्फ एक जिंदगी ही नहीं बचाते अपितु समाज के लिए एक प्रेरणा का कार्य भी करते हैं। उन्होंने कहा कि रोवर रेंजर की स्थापना आपातकाल में समाज की सेवा कर सकने वाले दक्ष स्वयं सेवकों का निर्माण करने के उद्देश्य से किया गया अतः प्रत्येक रोवर एवं रेंजर को भूकंप, बाढ़ इत्यादि किसी भी आपदा से निपटने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। इस अवसर पर दून चिकित्सालय के पूर्व वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट टी०आर०जोशी ने रक्तदान करने वाले छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया, कार्यक्रम में डॉ० यतीश वशिष्ठ, डॉ०एस०सी० नौटियाल, डॉ० डिम्पल भट्ट, डॉ० आशुतोष मिश्रा, डॉ० शैलेन्द्र सिंह, डॉ० शैल बाला उनियाल, डॉ० सुनीता नौटियाल सहित 50 से अधिक छात्र छात्राएं उपस्थित थे।