हरिद्वार

पक्षी हमारे वातावरण की सुन्दरता को बढ़ाने का काम करते हैं: नीलम रावत

नीटू कुमार हरिद्वार जिला संवाददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। गौरैया दिवस पर जानकारी देते हुये राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट उत्तराखंड पश्चिम की प्रांतीय अध्यक्षा नीलम रावत ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जहां पर पक्षियों की बहुत सारी प्रजातियाँ पाई जाती है, जिनमें गौरैया का विशेष महत्व है। गौरैया दिखने में सुंदर और छोटी होती है। गौरैया को अक्सर हमने अपने घरों और पेड़ पौधों पर देखा होगा। लेकिन आज के समय में पेड़ों को हो रही अंधाधुंध कटाई और कीटनाशक पदार्थों के छिड़काव के कारण यह विलुप्त होने के कगार पर है। वनों के हटाने के कारण पक्षियां अपने घरों से बेघर हो रहे हैं। कुछ लोग पक्षियों के दर्द को समझते हैं, इसीलिए तो कई लोग अपने घरों के छत पर पक्षियों के लिए पानी की सुविधा भी करते हैं। पक्षी हमारे वातावरण की सुन्दरता को बढ़ाने का काम करते हैं। इनकी सुरक्षा करना हमारी मुख्य भूमिका है। इनके लिए हमें अपने घरों की छतों पर अनाज के दाने और पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। जंगल और कच्चे घर नहीं होने के कारण इसकी संख्या में भारी कमी देखने को मिल रही है। गोरैया के विलुप्त होने से बचाने और इसके प्रति जागरूकता के लिए विश्व में 20 मार्च को गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोगों के इसे बचाने के प्रति जागरूक किया जाता है। कई देशो में तो इन्हें लुप्त घोषित कर दिया है। इनकी घटती संख्या को लेकर कई शोध किए जा रहे है। अगर इनकी संख्या ऐसे ही कम होती रही तो इन नन्हे पक्षी का दिख पाना भी मुस्किल हो जाएगा। हम अपनी आने वाली पीढियों को कहेंगे कि, देखो कुछ सालो पहले ऐसा पक्षी हुआ करता था, सबको मिलकर इसकी सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाने चाहिए।

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