हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। उत्तराखंड सरकार द्वारा करवाचौथ त्योहार पर महिलाओ के लिए अवकाश की घोषणा करके नारी सम्मान में एक स्वस्थ और अच्छी सोच का परिचय दिया है। केंद्र हो या राज्य सरकार उसकी वार्षिक अवकाश सूची में विभिन्न कारणों से अवकाश देखे जाते है, मगर पीड़ा तब होती थी कि भारत जैसे महान देश में जहाँ नारी को पूजनीय माना जाता है। साल भर में उसके करवाचौथ त्योहार पर कोई अवकाश न हो। लेकिन उत्तराखंड के इतिहास में जितने सराहनीय निर्णय पुष्कर सिंह धामी सरकार लेती है ऐसा पहली बार देखने को मिला है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कौन कौन सी संस्थान सरकारी आदेश का पालन करने से बचने का पर्यास करती है। समय समय पर सूचनाएं मिलती रहती है कि कुछ शिक्षण सस्थान सरकारी आदेश के बावजूद अपने स्टाफ को चोरी छिपे काम करने के लिए बुला ही लेते है। यदि कोई व्यक्ति या संस्था नारी के प्रति सम्मान की भावना रखना जरूरी नही समझती तो यह उस समाज और देश के लिए दुर्भाग्य से कम नही।
दूसरी ओर हमारे ही समाज में जगजीतपुर से अचिवर् होम पब्लिक स्कूल और पथरी से आदर्श जूनियर जैसे स्कूल है जिन्होंने सरकारी आदेश से पहले अपने ही विवेक से महिलाओ के सम्मान में अवकाश की घोषणा कर दी थी।