वैशाली में पुलिस ने गैंग के हाईड आउट सीक्रेट हाउस में मारा छापा, फंडिंग व साजिश में शामिल 2 अभियुक्त गिरफ्तार
राजेश कुमार देहरादून प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। रिलायंस जेवलेरी शोरूम में 14 लाख कीमत के माल की लूट करने वाले कुख्यात सुबोध गैंग के सदस्यों को पकड़ने की दून पुलिस की कोशिशों में दून पुलिस द्वारा आज गैंग के सदस्यों को तलाशते हुए उनके बिहार स्थित हाईड आउट कंट्रोल हाउस में छापेमारी की,जहां पुलिस को शोरूम में हुई लूट में शामिल अभियुक्तो के खिलाफ साक्ष्य मिले है। पुलिस द्वारा सुबोध गैंग को फंडिंग करने व साजिश में शामिल दो लोगो को गिरफ्तार किया गया है। रिलायंस शोरूम में हुई लूट में अभियुक्तो की धरपकड़ को दून पुलिस द्वारा एक के बाद एक सबूत ट्रैक करते हुए गैंग के साथ जुड़े दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जांच में पुलिस टीम द्वारा पाया कि दून की ही तरह ही अभियुक्तो द्वारा कटनी तथा लातूर,सांगली में भी इसी प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। जिसमे गैंग द्वारा शातिराना तरीके से घटनाओं के दौरान पोटेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल किया गया था, जिससे मौके पर कोई सेंसर ट्रिगर ना हो पाए और ना ही कोई फोन कॉल हो पाए। कटनी (मध्य प्रदेश) तथा सांगली (वपश्चिम बंगाल) की घटनाओं में भी अभियुक्तों द्वारा पोर्टेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल किया जाना प्रकाश में आया है।
इसके अतिरिक्त ही पुलिस टीम द्वारा छानबीन करने में पाया कि अभियुक्तों द्वारा घटनाओं को करने के लिए या तो चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता था या फर्जी आईडी पर ओएलएक्स से गाड़ियां खरीद कर उन गाड़ियों से घटनाओं का अंजाम दिया जाता था। देहरादून स्थित रिलायंस शोरूम में अभियुक्तो द्वारा यमुना एक्सप्रेस वे से किराए की टैक्सी को लूट कर घटना में इस्तेमाल किया गया था। जबकि लातूर व कटनी में अभियुक्तो द्वारा फर्जी आई0डी0 पर ओएलएक्स से गाड़ियां खरीदी गई थी। इसके साथ ही घटना को अंजाम देने के दौरान अभियुक्त आपस में संपर्क करने के लिए पश्चिम बंगाल तथा बिहार की फर्जी आई0डी0 पर सिम ख़रीदते थे, जिन्हें घटना करने के बाद नष्ट कर दिया जाता था।
अभियुक्तो की तलाश को अलग अलग राज्यो में दबिश दे रही पुलिस टीम आज अभियुक्तो की धरपकड़ के लिए बिहार के वैशाली पहुँची जहां उन्हें गैंग के ऑपरेशनल सीक्रेट हाईड आउट हाउस के बारे में जानकारी हुई तो पुलिस टीम द्वारा आज वहां छापेमारी की। पुलिस के अनुसार दून के रिलायंस शोरूम में हुई लूट में शामिल अभियुक्तो को यही से कंट्रोल किया जा रहा था, घटना को अंजाम देने से पूर्व अभियुक्तों द्वारा उक्त स्थान पर एकत्रित हुए थे व यहीं से अपने टास्क के लिए रवाना होते थे। बताया जा रहा है कि टास्क पूरा करने के उपरांत अभियुक्त पुनः उसी पूर्व निर्धारित कंट्रोल हाईड आउट हाउस में ही मिलते थे तथा उसके बाद आगे की रणनीति तय करते थे। पुलिस द्वारा वैशाली के उस हाईड आउट से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गए है। इसी सीक्रेट हाइड आउट हाउस में टास्क देने के साथ-साथ गैंग के सदस्यों को हथियार, पैसे व गाड़ियों की जानकारी व सिमकार्ड और मोबाइल, कपड़े सभी सामान उपलब्ध कराया जाता था।
इसके अतिरिक्त किसी घटना के समय अभियुक्तो को की जाने वाली फंडिंग के संबंध में भी पुलिस टीम को काफी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। गौरतलब है कि गैंग के सरगना सुबोध द्वारा जेल के अंदर बैठे बैठे ही जेल में बंद युवको को लूट के लिए हायर किया जाता था व जेल के अंदर से ही अभियुक्तो को घटना के दौरान पैसे ट्रांसफर करवाए जाते थे। पुलिस टीम को देहरादून में घटित घटना से पूर्व भी घटना में शामिल अभियुक्तो के खातों में पैसों का ट्रांजैक्शन होना पाया गया है तथा अभियुक्तों द्वारा हरिद्वार के गेस्ट हाउस में रुकने के दौरान जो कपड़े घटना के दौरान पहने गए थे वह कपड़े हरिद्वार से जाकर नजीबाबाद के एक स्टोर से खरीदे जाने की जानकारी मिली है।
दून पुलिस टीम द्वारा दिन बीतने के साथ ही अभियुक्तो की धरपकड़ को अपनी कोशिशें तेज कर दी है,जिसमे पुलिस टीम द्वारा नजीबाबाद से भी अभियुक्तों के विरुद्ध ठोस सबूत एकत्रित किये गए है। पुलिस द्वारा अंबाला से एक अभियुक्त रोहित को गिरफ्तार किया गया है,जिसके द्वारा पश्चिम बंगाल की घटना में शामिल अभियुक्तों को फंडिंग की जा रही थी। वही कनेक्शन बिहार में दून पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त अमृत के मोबाइल से बरामद हुआ है, साथ ही विशाल कुमार को भी लॉजिस्टिक मुहैया कराने और घटना के साक्ष्य जैसे अभियुक्त द्वारा घटना के दौरान पहने कपड़े, टोपी आदि के साथ षड्यंत्र में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया है अभियुक्त विशाल गैंग के सदस्यों को वर्चुअल फोन प्रोवाइड करवाता था जिससे गैंग के सदस्यों का लोकेशन ट्रेस करना काफी मुश्किल था।
पुलिस नर बताया कि 8 नवंबर को यमुनानगर ज्वेलरी शॉप पर पांच बदमाशो ने हथियारों के बल पर शॉप लूटने की कोशिश की थी पर दुकान वालों की समझदारी से घटना करने में नाकाम रहे ,चार बदमाश भाग गए व एक बदमाश पवन को दुकानदारों ने हथियार सहित पड़कर पुलिस के हवाले किया, जिसने पूछताछ पर बताया की उनका गैंग दो माह पहले से यमुनानगर के पास मकान किराए पर लेकर रह रहा था। 8 सितम्बर को यमुनानगर में उन्होंने पूर्व से योजना के तहत घटना करने का प्रयास किया परंतु पकड़े गए, अभियुक्त गण 03 मोटरसाइकिल में आए थे व 04 बदमाश 02 मोटरसाइकिल लेकर भाग गए। गिरफ्तार अभियुक्त पवन ने बताया कि सुबोध गैंग के सक्रिय सदस्य ही देहरादून में घटना करने आये थे जिनके बारे में पूछताछ में अहम सुराग दून पुलिस को मिले है। अभी तक उपरोक्त प्रकरण में बिहार में दून पुलिस द्वारा दो लोग को गिरफ्तार किया गया है, जिनका ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाया जाएगा।