श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस पर 1008 मंत्रों से आहुति दी
राष्ट्र कल्याण की कामना कर हुआ विशाल भंडारे का आयोजन
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(इमरान देशभक्त) रुड़की। श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस पर हरमिला धर्मशाला में विशाल यज्ञ कर 1008 मंत्रों से बहुत ही दी गई। जिसमें राष्ट्र कल्याण तथा राष्ट्र की उन्नति व प्रदेश की तरक्की की कामना करते हुए कथा व्यास आचार्य द्वारिका प्रसाद शास्त्री महाराज ने कहा की भागवत कथा सुनने से सभी भक्तों का कल्याण होता है।कलयुग में भक्ति प्रधान है और कलयुग में भक्ति से शक्ति प्राप्त होती है, इसलिए भगवान की भक्ति में लीन होकर उसकी आराधना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा लोक कल्याण का एक अहम् अंग है, जिसको सुनने और मनन करने से मनुष्य जीवन का उद्धार हो जाता है। निवर्तमान मेयर गौरव कोयल ने कहा की कथा सुनने से कलयुग में मनुष्य के सभी पापों का नाश होता है। आज के समय में कथा का बड़ा ही महत्व है और यह हमारी प्राचीन संस्कृति की पहचान भी है। निवर्तमान मेयर गौरव गोयल ने आचार्य द्वारिका प्रसाद जी से आशीर्वाद प्राप्त कर आरती में भाग लिया। कथा के समापन पर आचार्य रमेश सेमवाल जी महाराज तथा पंडित रजनीश शास्त्री द्वारा विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर प्रदीप बत्रा विधायक, व्यापारी नेता अरविंद कश्यप, पंडित दिनेश कौशिक, समाजसेविका रश्मि चौधरी, डॉ० अनिल शर्मा, प्रदीप त्यागी, सुधांशु वत्स, शैलेन्द्र भट्ट, प्रवीण शर्मा, पंडित इंद्रमणि सेमवाल, रश्मि भट्ट, संजीव शास्त्री, राजीव शास्त्री, नरेश शास्त्री, प्रमोद शास्त्री, राधा भटनागर, चित्रा गोयल, प्रतीक्षा, सार्थक गोयल व तुषार गोयल आदि बड़ी संख्या में भक्तगण प्रमुख रूप से मौजूद रहे।