हरिद्वार

पीड़ितों ने भू-माफियां पर भूमि कब्जा करने का लगाया गंभीर आरोप

जान का भी बताया खतरा, प्रशासन से भूमि मुक्त कराने की लगाई गुहार

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। भू-माफियां से अपनी जान के खतरें का आरोप लगाते हुए पीड़ितों ने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। भू-माफियां ने एक व्यक्ति से भूमि खरीदी और इसी बहाने से अन्य व्यक्तियों की भी भूमि पर भी कब्जा कर लिया है और अब उस भूमि पर अपने सपनों की मंशा को पूरा करने के लिए निर्माण करवा रहा है। जिसका विरोध पीड़ितों द्वारा लगातार किया जा रहा है लेकिन भू-माफिया रसूखदार होने के कारण पीड़ितों की सुनने को तैयार नहीं है। जिसके संबंध में पीड़ितों ने पुलिस प्रशासन से लेकर उपजिलाधिकारी तक को लिखित शिकायत देकर इंसाफ के लिए उनका दरवाजा भी खटखटाया हैं। लेकिन पीड़ितों को अब तक इंसाफ नहीं मिला है। जो बार-बार इंसाफ के लिए अधिकारियों के दरवाजो की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। दरअसल मामला भगवानपुर तहसील क्षेत्र के एक गांव से जुड़ा है जहां पीड़ित कुरबान और नफीस ने बताया कि गांव के पास ही उनकी पुस्ताई भूमि है। जिसका खसरा नंबर 144, 145, 109 और 149 ख है। जिस पर भू-माफियां ने अवैध रुप से कब्जा कर रखा है। उन्होंने बताया कि भू-माफियां से अपनी भूमि मुक्त कराने के लिए कई बार प्रशासन को लिखित तहरीर देकर अवगत भी करा चुके हैं लेकिन कोई भी हल आज तक नहीं निकला है। उन्होंने बताया कि भू-माफियां शातिर किस्म का व्यक्ति है और कानून मानने को तैयार नहीं है। और अब उन्हें भूू-माफियां से जान का खतरा भी है। उन्होंने बताया कि भू-माफियां ने उनके परिवार के सदस्यों से उनके हिस्से में आने वाली भूमि खरीदी थी लेकिन खसरा नंबर 144, 145, 109 और 159 ख में कुरबान, नफीस भी हकदार है क्योंकि भूमि पुस्तेनी है। और भूमि हकदार मज़दूर होने और अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी कमाने में व्यस्त होने के कारण का फायदा उठाकर भू-माफियां ने बड़ी चालाकी से उनकी भूमि पर भी कब्जा कर लिया है। वह अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए अवैध तरीके से निर्माण करा रहा है। भूमि को कब्जा मुक्त कराने की मांग की है। पीड़ितों ने प्रेस वार्ता कर मीडिया के समक्ष अपनी पीड़ा को जाहिर किया है और जल्द से जल्द उनकी भूमि कब्जा मुक्त कराकर उन्हें सौंपने की प्रशासन से गुहार लगाई है।

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