पिरान कलियर के 756-वें उर्स का आगाज
पाकिस्तानी जायरीन का जत्था आगामी 15 सितंबर को उर्स में पहुंचने की संभावना
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(जावेद अंसारी) पिरान कलियर। पिरान कलियर स्थित प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम साबिर पाक का 756-वां उर्स शुरू हो गया है। जिला प्रशासन व दरगाह प्रशासन द्वारा उसकी सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं तथा कुछ कार्य अभी जारी हैं। पिरान कलियर में श्रद्धालुओं का लगातार आना मेहंदी डोरी की रस्म के बाद से जारी है। इस उर्स के मुख्य कार्यक्रम आगामी 15,16 व 17 सितंबर को दरगाह परिसर में संपन्न होंगे, जिसमें 15 सितंबर को छोटी रोशनी, 16 सितंबर को बड़ी रोशनी और 17 सितंबर को कुल शरीफ होगा।18 सितंबर को गुसल की रस्म के साथ मेले का समापन हो जाएगा। उर्स कार्यक्रम समिति के संयोजक व अंतर्राष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी के अनुसार इस वर्ष उर्स में पाकिस्तानी जायरीन का जत्था 15 सितंबर की सुबह रुड़की रेलवे स्टेशन पर लाहौरी ट्रेन से पहुंचेगा, जिन्हें प्रशासन, पुलिस व एलआईयू विभाग के अधिकारी बसों द्वारा पिरान कलियर स्थित पाकिस्तानी कैंप में लेकर जाएंगे। अफजल मंगलौरी ने बताया कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभी वीजा जारी नहीं किया है। लगभग डेढ़ सौ जायरीन के पहुंचने की संभावना है, जिसके लिए वक्फ प्रशासन व जिला प्रशासन व्यवस्थाओं में लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि चौदह सितंबर को पाकिस्तानी जायरीन का जत्था बॉर्डर पार करेगा, जिसकी विस्तृत जानकारी दो दिन पूर्व मिल जाएगी।एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि सुरक्षा की सभी तैयारियां पुलिस विभाग की ओर से पूर्ण कर ली गई हैं। उर्स मेले के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा अजय सिंह को पिरान कलियर मेला प्रभारी नियुक्त कर दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी होटलों, खानकाहों व अन्य जगहों पर तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है। वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सैयद सिराज उस्मान ने बताया कि इस बार जायरीन की सुविधा के लिए चार बड़े जर्मन हैंगर लगाए जा रहे हैं। मौसम और भीड़ को देखते हुए अधिकांश उर्स के परंपरागत कार्यक्रम जर्मन हैंगर में ही किए जाएंगे, जिसमे जलसा-ए सीरत उन नबी, सूफी कव्वाली नाइट व मुशायरा होगा। दरगाह के सज्जादा नशीन शाह अलीशाह कुद्दूसी साबरी ने बरेली से आए हुए पैदल यात्रियों के जत्थे का स्वागत कर उर्स के आगाज़ का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि देश-विदेश से लाखों हिंदू,मुस्लिम, सिख व सभी धर्म के श्रद्धालुओं के उर्स में पहुचेंगे।दरगाह की प्रबंधक रजिया ने बताया की उर्स में भीड़ को देखते हुए जो मुफ्त लंगर दरगाह की तरफ से दिया जाता है उसकी मात्रा भी बढ़ा दी गई है और सफाई व अन्य व्यवस्थाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग को धनराशि आवंटित कर दी गई है। उन्होंने बताया की पहली सितंबर से रुड़की पिरान कलियर तक प्रकाश की व्यवस्था भी दरगाह प्रशासन द्वारा कर दी गई है।