गोवा में उत्तराखंड की संस्कृति “अतिथि देवो भव:” चरितार्थ होती आई नजर
राजेश कुमार हरिद्वार संवाददाता
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) हरिद्वार। उत्तराखंड में संपूर्ण विश्व से आस्थावान श्रद्धालु यात्री, चार धाम यात्रा, धार्मिक स्थलों के दर्शनार्थ, मां गंगा, पवित्र नदियों, कुंभ मेला स्नान, कावड़ मेले में पवित्र गंगा जल को लेने के लिए, हेमकुंड साहिब, पिरान कलियर दरगाह जैसे पवित्र धार्मिक स्थानों के भ्रमण हेतु करोड़ों की संख्या में आते हैं, उसी प्रकार अंतरराष्ट्रीय पर्यटक, आध्यात्मिक भावना के साथ तनाव मुक्त दिनचर्या के लिए समुद्री जल क्रीड़ा हेतु गोवा प्रदेश में पहुंचते हैं तथा जब सभी धर्म के धार्मिक स्थलों यथा मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा के दर्शन करते हैं, तो भारत की संस्कृति “हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, हम सब हैं भाई भाई” देखने को मिलती है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के शरीर रचना विभागाध्यक्ष/ रेडक्रॉस सचिव प्रोफेसर (डॉ०) नरेश चौधरी पारिवारिक भ्रमण हेतु गत दिवस गोवा प्रदेश गए, तो उन्हें वहां पर उत्तराखंड की संस्कृति “अतिथि देवो भव:” भी चरितार्थ होते नजर आई।
जिस संस्कृति के तहत उत्तराखंड प्रदेश का प्रत्येक जन सेवक सभी पर्यटकों, यात्रियों, श्रद्धालुओं की सभी स्नान पर्वों, धार्मिक यात्राओं में अपने-अपने दायित्वों के निर्वहन करते हुए अग्रणीय रूप से सामाजिक सेवा करता है और डॉ० नरेश चौधरी स्वयं भी समर्पित सामाजिक सेवा के धनी हैं । गोवा प्रदेश के पर्यटन एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रोहण खोंटे ने डॉ० नरेश चौधरी का पारिवारिक स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड और गोवा दोनों प्रदेशों की “अतिथि देवो भव:” एक समान संस्कृति है जिसके लिए संपूर्ण विश्व में दोनों प्रदेशों की विशेष पहचान है। इसी के तहत गत वर्ष उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ० प्रमोद सावंत की विशेष पहल पर सीधे हवाई उड़ान प्रारंभ की गई, इस सार्थक प्रयास को जारी रखने हेतु दोनों प्रदेशों की सरकार, पर्यटन विभाग के साथ-साथ सामाजिक/धार्मिक संस्थाओं के स्वयंसेवकों को पर्यटकों को जागरूक करने के लिए जन जागरूकता करनी होगी, जिससे जो पर्यटक गोवा प्रदेश आते हैं, उन्हें जागरूक कर उत्तराखंड धार्मिक पर्यटक स्थलों के दर्शनार्थ हेतु प्रेरित किया जाए तथा जो यात्री पर्यटक उत्तराखंड आए उन्हें गोवा प्रदेश भ्रमण हेतु जागरूक किया जाए। डॉ० नरेश चौधरी ने गोवा के पर्यटन मंत्री को पर्यटक जागरूक अभियान हेतु अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर दोनों प्रदेशों के पर्यटन विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए समन्वयक पर्यटक जागरूक प्रेरक स्वयंसेवक के रूप में अहम भूमिका निर्वहन करने हेतु आश्वासन दिया। इसके लिए पर्यटन मंत्री रोहण खोंटे ने डॉ० नरेश चौधरी को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि उत्तराखंड भ्रमण के दौरान जिस समर्पित भावना के तहत समन्वयक अधिकारी के रूप में आप द्वारा सभी धार्मिक/पर्यटक स्थलों का भ्रमण मुझे एवं मेरी टीम को कराया गया वह हमेशा के लिए स्मरणीय है। आपकी समर्पित एवं कार्य क्षमता भावनाओं से प्रतीत होता है कि आप दोनों प्रदेश उत्तराखंड एवं गोवा के पर्यटकों को जागरूक करने की इस विशेष पहल में अवश्य कारगर सिद्ध होंगे।