थाना रिखणीखाल पुलिस ने नौनिहालों के साथ आयोजित की कानूनी पाठशाला
राजेश कुमार देहरादून प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) पौड़ी। पुलिस कप्तान पौड़ी लोकेश्वर सिंह के द्वारा जनपद के सभी थाना प्रभारीयो को अपने अपने थाना क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानों में अध्यनरत छात्र–छात्राओं को लैंगिक अपराध, नशीले पदार्थों के सेवन से दुष्प्रभाव, डिजिटल अरेस्ट, साइबर अपराध, ह्यूमन ट्रेफकिंग ओर नए कानूनों के संबंध में जागरूक करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके तहत शुक्रवार को थानाध्यक्ष रिखणीखाल संतोष पैथवाल के द्वारा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोटडीसैण में स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ कानूनी पाठशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर थानाध्यक्ष ने छात्र छात्राओं को लेगिंग अपराधो से बचाव तथा डिजिटल अरेस्ट और साइबर सुरक्षा के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए साइबर अपराधों की रोकथाम के डिजिटल उपायों पर चर्चा करते हुए बताया की आज हमारे नौनिहालों को साइबर सुरक्षा के विषय में जागरूक होने की आवश्यकता है। जिससे आज का नौनिहाल कल के कानूनी समझ का नागरिक बन सके, साथ ही उन्होंने नौनिहालों को मादक पदार्थों के सेवन करने से दूर रहकर अपने सुनहरे भविष्य के लक्ष्य पर ध्यान देने पर जोर दिया। इस अवसर पर थानाध्यक्ष ने शिक्षकों को साइबर सुरक्षा जागरूकता पुस्तिका भी भेंट की गई।
जिसके संबंध में स्कूल व्यवस्थापन से आग्रह किया गया की उक्त जागरूकता पुस्तिका से भी समय समय पर छात्र छात्राओं को अध्यापन करवा कर जन जागरूक किया जाय। वहीं पुलिस के द्वारा छात्र छात्राओं को जागरूकता पापलेट भी वितरित किए गए जिस संबंध में स्कूली बच्चों को बताया गया है की वह उक्त पापलेट को अपने गांव के पंचायत भवन, बारात घर में चस्पा करें ओर व्हाट्सएप स्टेटस के माध्यम से भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जन जागरूकता हेतु प्रचारित करें। जिस से साइबर अपराध, बच्चो में लेगिंग ओर महिला अपराध पर प्रभावी अंकुश लग सके।
पुलिस के द्वारा आज आयोजित हुई कानूनी पाठशाला को राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोटडीसैण में संपन्न करने पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका रोशनजहां ने प्रासंगिक बताते हुए थानाध्यक्ष रिखणीखाल संतोष पैथवाल का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर डॉ० अम्बिका प्रसाद ध्यानी, जयन्ती सुंद्रियाल, गीतांजलि पाण्डेय, रेखा ज्याला, श्रीमती दीपा नेगी, अजयपाल गुसाईं, का० भीष्म देव, देवेश, अंशुल आदि मौजूद रहे, आयोजित हुई कानूनी पाठशाला का संचालन डॉ० अम्बिका प्रसाद ध्यानी के द्वारा किया गया।