देहरादून

जेल से फरार सजायाफ्ता हत्यारे को एसटीएफ़ ने राजस्थान से पकड़ा

राजेश कुमार देहरादून प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) सितारगंज। वर्ष 1995 में सितारगंज में हत्या करने के अपराध में सेंट्रल जेल सितारगंज में उम्रकैद की सजा काटने में दौरान जेल से फरार हुए कैदी जरनैल सिंह को एसटीएफ़ व सितारगंज पुलिस ने गत हफ्ते 7 फरवरी को राजस्थान के जोधपुर से गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त पर 50 हज़ार का ईनाम था। उसने जोधपुर में रहकर अपना वहीं का सतपाल सिंह नाम से आधार कार्ड भी बनवा लिया था। वर्ष 2023 में सेंट्रल जेल सितारगंज से फरार हुए जरनैल सिंह पुत्र बंजारा सिंह निवासी ग्राम बिचई नानकमत्ता को पकड़ने को एसटीएफ कुमाऊं द्वारा सितारगंज पुलिस के साथ मिलकर चलाये आपरेशन में एसटीएफ व सितारगंज पुलिस ने टीम द्वारा 7 फरवरी की देर रात राजस्थान में जोधपुर अंतर्गत फलोदी जनपद से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ़ द्वारा अभियुक्त के विषय मे हर टेक्निकल सबूत से लेकर भौतिक जानकारी एकत्रित कर राजस्थान में उसके छिपे होने के साक्ष्य एकत्रित कर उसके खिलाफ कार्यवाही की। एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि अभियुक्त जरनैल सिंह द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर 14 अगस्त 1995 को नानकमत्ता क्षेत्र में मक्खन सिंह नामक एक व्यक्ति की गोलियाँ मारकर हत्या कर दी थी। उस मामले में अभियुक्त को न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी थी तब से अभियुक्त सितारगंज जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वर्ष 2023,27 अगस्त को अभियुक्त जरनैल सिंह जेल से फरार हो गया था। जिसके सम्बंध में सितारगंज में एक और मुकदमा दर्ज किया गया और पकड़े न जाने पर अभियुक्त पर 25000 जिसके उपरान्त 50 हज़ार का ईनाम घोषित किया गया था। नवनीत सिंह ने बताया कि एसटीएफ़ टीम द्वारा अभियुक्त की गिरफ़्तारी के दौरान लिए गए फिंगरप्रिंट्स, वौइस् सैंपल व उससे जुड़े सभी दस्तावेजों व और भौतिक सूचनाओं का एसटीएफ ने विश्लेषण किया। विशलेषण से प्राप्त नए तथ्यों का डिजीटल एवं भौतिक सत्यापन हेतु एसटीएफ़ की एक टीम को पंजाब व राजस्थान भेजा गया। टीम द्वारा सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह निवासी बार्डर 24 डबलीराठान, हनुमानगढ़ राजस्थान नाम के एक व्यक्ति को चिन्हित कर उससे जरनैल सिंह से मिलान किया गया।अपराधी के चेहरे के मिलान हेतु भी विभिन्न साफ्टवेयर का प्रयोग किया, टीम द्वारा पहचान को स्थापित हो जाने पर अभियुक्त को बीती 7 फरवरी को राजस्थान के जोधपुर अंर्तगत
फलोदी क्षेत्र से गिरफ्तार कर आज सोमवार को ट्रांजिट रिमांड पर सितारगंज लाया गया है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ की इस कार्यवाही में हेड कांस्टेबल मोहित वर्मा, हेड कांस्टेबल किशोर कुमार व सर्विलांस में किशन चन्द्र की विशेष भूमिका रही। नवनीत सिंह ने बताया कि अभियुक्त जेल से फरार होने के बाद पंजाब के फाजलक्का थाना सिटी-1 जिला फाजलक्का में परिवार के पास गया। और वहां से भागकर राजस्थान में जोधपुर के पास देचू थाना क्षेत्र में आ गया। और तबसे वह जोधपुर में सम्पत नाम के व्यक्ति के घर पर रहा और उसके साथ मजदूरी करने लगा। उसके द्वारा इस दौरान सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह के नाम से फर्जी आधार कार्ड बना लिया था।

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