
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। हरिद्वार के अजीतपुर गाँव में वर्ष 2013 में आई दैवीय आपदा के कारण आसपास के 5 गाँव का गंगा तट पर बना श्मशान घाट क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे ग्रामीणों को अंतिम संस्कार करने में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी चर्चा कई बार अजीतपुर की खुली बैठक में भी हुई थी, जिसके लिए ग्राम प्रधान प्रखर कश्यप द्वारा समस्या को गंभीरता से लिया गया तथा शासन को कई पत्र भेजे गए लेकिन किसी भी पत्र का कोई संतोषजनक निराकरण नहीं होने के कारण हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत को भी पत्र लिखा गया मगर कोई जवाब नहीं आया ना ही कार्य शुरू किया गया। वर्षों से यहां के शमशान घाट की हालत काफी खराब होने के कारण आसपास के कई गांवों के लोगो को बरसात के दिनों में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जिसके लिए इससे पूर्व किसी ग्राम प्रधान और ना कभी शासन प्रशासन ने इसको बनवाने की जरूरत समझी। लेकिन जैसे ही अजीतपुर के युवा प्रधान प्रखर कश्यप ने पद संभाला उन्होंने गांव की छोटी-छोटी समस्याओं को निपटाने का काम किया।
जिसमें शमशान घाट का निर्माण होना चुनोती से भरपूर था। उसको लेकर गांव के लोगों ने ग्राम प्रधान से श्मशान घाट को लेकर बातचीत की। तभी से प्रखर कश्यप ने इसको गंभीरता से लेते हुए उस पर कार्य शुरू करा दिया। जिसके लिए ग्राम प्रधान ने शासन प्रशासन से अपने पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया है कि यह शमशान घाट निर्माण सर्वसमाज के लिए ग्रामवासियों को बरसात के दौरान होने वाली समस्या के लिए किया जा रहा है, लेकिन अफसोस अभी तक प्रखर कश्यप को कहीं से कोई राहत नहीं मिली। प्रखर कश्यप का कहना है कि इस श्मशान के निर्माण के विरुद्ध किसी भी व्यक्ति की कोई छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी, चाहे हमें इसके लिए उन्हे कितनी भी लड़ाइयां क्यों न लड़नी पड़े। हालाँकि प्रखर कश्यप को इस कार्य में ग्रामवासियों के अतिरिक्त आस पास के कई गाँवों के लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। हरिद्वार जिलाधिकारी को पत्र देते समय नूरपुर पंजनेहड़ी से ठाकुर अक्षय चौहान, अजीतपुर से एडवोकेट गौतम कश्यप, ग्राम पंचायत सदस्य मोहित कश्यप, दीपक कश्यप, मनीष, जियापोता से विपिन कश्यप , राहुल कश्यप, आदर्श, सागर कुमार, पंकज कुमार, राजू आदि उपस्थित रहे।