
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। सुमन नगर क्षेत्र में अवैध खनन का कारोबार बड़े पैमाने पर फल फूल रहा है। खनन माफिया बेख़ौफ़ होकर अपनी ट्रैक्टर ट्रालियों सेे रतमऊ नदी का सीना चीर अवैध खनन का कारोबार करने में लगें हैं। इस क्षेत्र में शाम ढलते ही ट्रैक्टर ट्रालियों की गड़गड़ाहट रात के सन्नाटे में साफ सुनाई दे सकती है। और अब तो सुमन नगर में खनन माफियाओं के इतने हौंसले बुलंद हो चुके है कि प्रति रात्रि लगभग दर्जनों ट्रैक्टर ट्रालियां रतमऊ नदी में उतारी जाती है और रात भर नदी से मिट्टी रेट उठाकर प्रॉपर्टी डीलरो द्वारा कांटी जा रही काॅलोनियों का पेट भरते रहते है जो आपको तस्वीर में साफ साफ दिखाई दे सकता है। और इसी तरह बड़े-बड़े भराव सुमन नगर क्षेत्र में खनन माफियाओं द्वारा किए जा रहे हैं लेकिन यहां के स्थानीय प्रशासनिक कर्मचारियों की गस्ती दल को अवैध खनन करने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों की गड़गड़ाहट सुनाई नहीं देती है। जिसका फायदा उठाकर बेख़ौफ़ खनन माफिया रात भर रतमऊ नदी से अवैध खनन करते हैं। और कॉलोनियों के बनाए जा रहे रास्ते व काटे जा रहे प्लांटों को अवैध तरीके से रेत मिट्टी से भरते हैं। जिससे खनन माफियाओं के साथ साथ प्रॉपर्टी डॉलर की भी बल्ले-बल्ले हो रही है। क्योंकि प्रॉपर्टी डीलरो को अवैध खनन की मिट्टी रेत कम दामों में मिलती है। सुमन नगर क्षेत्र में चर्चा तो यहां तक है कि इन खनन माफियाओं के तार कुछ जिम्मेदार भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों से जुड़े हैं इनका पूर्ण संरक्षण खनन माफियाओं को प्राप्त है जिस कारण इस काले कारोबार को सुमन नगर में बढ़ावा मिल रहा है। जिनके साए पर खनन माफिया राजस्व विभाग को लाखों रुपए का चूना प्रति रात्रि लगाने पर उतारू है। सुमन नगर क्षेत्र में अवैध खनन पर अंकुश लगाने में तहसील प्रशासन, पुलिस प्रशासन और वन विभाग पूर्ण रूप से नाकाम साबित हो रहा है। इन विभागों की नाकामी के कारण ही सुमन नगर क्षेत्र में डेरा डाले हुए खनन माफिया अवैध खनन के कारोबार को लगातार अंजाम दे रहे हैं। हालांकि इस क्षेत्र में पुलिस चौकी भी है। बहादराबाद में वन विभाग के कर्मचारी भी तैनात है और दोनों विभागों के अधिकारी कर्मचारी दिन-रात क्षेत्र में गस्ती भी करते हैं। लेकिन गश्ती के समय खनन माफिय इन विभागों के कर्मचारियों की निगाहों के सामने से अवैध खनन सामग्री से भरी ट्रैक्टर ट्रालियों को आंख मिचोली करते हुए निकल जाते हैं। सुमन नगर क्षेत्र में चर्चा तो यहां तक है यह सब खेल एंट्री का है। एंट्री है तो उस पर कार्रवाई नहीं। और जिसकी एंट्री नहीं वह बच सकता नहीं। उस पर कार्रवाई लाजमी होगी। वही जहां नवनियुक्त जिलाधिकारी महोदय अवैध खनन के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए दिन रात तत्पर है और अवैध खनन पर कारवाई की लगाम कस कर अवैध खनन करने वाले कारोबारियों के हौंसले पस्त कर रहें हैं। तो वही उनकी सरकारी मशीनरी ही अवैध खनन के कारोबार को हवा देने में लगी रहती हैं। प्रशासन के उच्चाधिकरी सुमन नगर क्षेत्र नदी में बड़ी मात्रा में चल रहे अवैध खनन का गंभीरता से संज्ञान ले। और सुमन नगर क्षेत्र में काटी जा रही कॉलोनियों का औचक निरीक्षण भी करें। क्योंकि सुमन नगर अवैध खनन के कारोबार में खूब सुर्खियां बटोर रहा है। और अगर बात सुमन नगर चौकी पुलिस की की जाएं तो सुमन नगर पुलिस अवैध खनन के कारोबार को रोकने में पूर्ण रूप से सफल साबित हो रही है। क्योंकि लगातार सुमन नगर चौकी की नाक के नीचे अवैध खनन के कारोबार को बड़े अस्तर पर अंजाम दिया जा रहा है। जो सुमन नगर चौकी में तैनात पुलिस कर्मियों की नाकामी साबित करता है। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को भी गंभीरता से विचार करने की ज़रूरत है। चर्चा तो यहां तक हो रही है कि चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों के रतमऊ नदी से ट्रैक्टर ट्रालियों द्वारा अवैध खनन करने वाले लगभग दर्जनों कारोबारियों से घनिष्ठ संबंध है। जिनके साए पर काले कारोबार के खेल को खेला जा रहा है। सुमन नगर क्षेत्र के गांव दिहातो में चर्चा तो यहां तक हो रही है। कि गांव गढ़ क्षेत्र के एक अवैध खनन कारोबारी के साथ सुमन नगर पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मी की पार्टनरशिप भी चल रही है। यहां तक दो ट्रैक्टर ट्रालियों और अवैध खनन की काली कमाई में भी बराबर की हिस्सेदारी है। इसके इशारे पर प्रति रात्रि उस खनन माफिया के ट्रैक्टर ट्रालियां रतमऊ नदी में बेख़ौफ़ दौड़ती रहती है।