पौड़ी

सावन के पहले सोमवार को नीलकंठ महादेव मंदिर में करीब ढाई लाख भक्तों ने किया जलाभिषेक

भारी संख्या में श्रद्धालु की भीड़ को देखते हुए रात्रि 1 बजे से से ही भक्तों हेतु मंदिर के कपाट खोल दिए गए

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। सावन के पहले सोमवार में नीलकंठ महादेव मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब जो वास्तव में एक अलग ही नज़ारा दिखाई दिया। नीलकंठ महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी शिवानंद गिरी गोस्वामी जी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार में भारी संख्या में श्रद्धालु को देखते हुए रात्रि 1 बजे से मन्दिर के कपाट दर्शनों हेतु खोल दिए गए। वहीं पौड़ी पुलिस ने भी व्यवस्था ओर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए है, श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।

जो कि आज रात्रि 12 बजे तक खुले रहेंगे। वहीं मुख्य पुजारी स्वामी शिवानंद गिरी महाराज ने बताया कि कपाट खुलने से लेकर शाम तक करीब ढाई लाख भक्तों ने नीलकंठ महादेव पर जल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं रात्रि से ही नीलकंठ महादेव मंदिर प्रांगण हर हर महादेव के जयकारों की गूंज रहा था। सावन के पहले सोमवार में नीलकंठ महादेव मंदिर भक्ति के रंग में रंगा हुआ दिखाई दिया।

वहीं नीलकंठ महादेव मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु की भीड़ को देखते हुए पौड़ी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जहां भारी भीड़ को नियंत्रण करने में पुलिस के जवान पूर्ण रूप से मुस्तैद हैं। वहीं नीलकंठ महादेव मंदिर क्षेत्र में पूजा सामग्री, खाने पीने, एवं अन्य दुकानों पर भी श्रदालुओं की खूब भीड़ लगी रही। स्वामी शिवानंद गिरी महाराज ने बताया कि सावन माह में भगवान शिव की पूजा अर्चना का विशेष महत्व माना गया है।

वैसे भी देवभूमि उत्तराखंड में ऐसे प्रसिद्ध सिद्ध पीठों पर भगवान की पूजा आराधना का पुण्य कई गुना अधिक होता है। स्वामी शिवानंद गिरी महाराज ने बताया कि नीलकंठ महादेव की कृपा से ही भक्त यहां तक पहुंचते हैं। सावन माह में जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा व आस्था से नीलकंठ महादेव के दर्शन कर पूजा अर्चना करते हैं तो महादेव की कृपा से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है। वहीं उन्होंने बताया कि किसी भी दैवीय स्थलों पर श्रद्धालुओं को मर्यादा का पालन अवश्य करना चाहिए। तभी भगवान की पूजा अर्चना का लाभ प्राप्त होता है।

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