पंजाबी महासभा ने मनाया गंगा तट पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस
नीटू कुमार हरिद्वार संवाददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। पंजाबी महासभा हरिद्वार के तत्वावधान में श्री गोविंद घाट गंगा तट पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य संयोजक और सूत्रधार समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि 1947 में भारत के विभाजन के समय 14 अगस्त को पाकिस्तान से हिंदुस्तान सनातन धर्म की रक्षा के लिए पंजाब के लोग आए थे। उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपना घर बार संपत्ति जमीन जायदाद सब कुछ छोड़ दिया परंतु मुसलमान बनना पसंद नहीं किया और ना ही इस्लाम को कबूला और अपनी माता बहनों भाइयों का बलिदान मंजूर किया और सनातन धर्म की रक्षा के लिए कुर्बानियां दी। इस अवसर पर दर्जाधारी मंत्री विश्वास डाबर ने कहा कि हिंदू धर्म की रक्षा के लिए पंजाबी समाज का महत्वपूर्ण योगदान है। दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर डीपीएस के प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में और सनातन धर्म की रक्षा में पंजाबी समाज के योगदान को कभी नहीं बुलाया जा सकता है। इस अवसर पर कई वक्ताओं ने अपने विचार रखें। इस अवसर पर देश के बंटवारे के समय अपने प्राणों की आहुति देने वाले पंजाबी समाज के लोगों की स्मृति में और आत्मा की शांति के लिए हवन किया गया। साथ ही गंगा जी में दीपदान कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई और गंगा आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।