
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। देहरादून में सोमवार को उत्तराखंड दिव्यांग क्रांति महाआंदोलन के बैनर तले मूक बधिर और दिव्यांगजनो ने अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने किसान भवन से मुख्यमन्त्री आवास की ओर कूच किया। जिससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। दिव्यांगजन अपनी मांगो को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने चाहते थे, लेकिन पुलिस उन्हे मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दे रही थी। दिव्यांगजनो का देहरादून पुलिस पर आरोप है कि पुलिस ने मूक बधिर और दिव्यांगजनो के साथ दुर्व्यवहार व धक्कामुक्की कर गलत तरीके से खींचते हुए बस में धकेल दिया। संदीप अरोड़ा ने बताया कि इस दौरान कई मूक बधिर और शारीरिक रूप से नाजुक दिव्यांगजनो को काफी चोटे आई और हड्डियों में अकड़न आया। इस दौरान एक दिव्यांग बेहोश हो गए, पुलिस उसे सरकार अस्पताल ले गई। तत्पश्चात वहां से पुलिस ने दिव्यांगजनो को हर्रावाला स्थित कोतवाली डोईवाला छोड़ा। पुलिस द्वारा दिव्यांगजनो को गलत तरीके से उठाने पर दिव्यांगजनो में सीएम के प्रति असंतोष फैल गया। मूक बधिर और दिव्यांगजन किसान भवन में अपनी मांगो को लेकर योजना बना रहे है। अब एलआईयू से आए नवीन ने किसान भवन आकर दिव्यांगजनो से बातचीत की और दिव्यांगजनो से मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए नाम लिस्ट मांगे। दिव्यांगजनो द्वारा दिए गए 13 नाम मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए भेजे। जिसमे संदीप अरोड़ा, सोनिया अरोड़ा, अरुण चौधरी, अरविंद चौहान, विपिन चौहान, उमेश ग्रोवर, भूमिका यादव, सरिता जोशी, शंकर लाल, अनिता शास्त्री, टीशेरिंग ल्हामो, प्रेमा विश्वास, नवीन कुमार के नाम मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए भेजे गए।