अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस” के मौके पर बच्चों को बांटी गई पुस्तकें
पुस्तकों का जीवन में विशेष महत्व: शचि शर्मा

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा श्रीकांत पाण्डेय के मार्गदर्शन में शचि शर्मा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर चलाये जा रहे अभियान न्याय और शिक्षा-दोनों अधिकार हमारे के अनुक्रम में दूरस्त दुर्गम क्षेत्र स्थित शहीद बिशन सिंह बोरा अटल उत्कर्ष राजकीय इंटर कॉलेज सोमेश्वर में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का आरम्भ नालसा थीम गीत एक मुठ्ठी आसमान चलाकर किया गया। इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009, साक्षरता व सशक्तिकरण का महत्व, आर्थिक विकास, लैंगिक समानता, लोकतांत्रिक भागीदारी, मौलिक अधिकार और कर्तव्य, बाल अधिकार एवं साइबर सुरक्षा, मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम और विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम के अंतर्गत निःशुल्क कानूनी सहायता, मोटर वाहन अधिनियम आदि विषयों एवं आगामी 13 सितंबर को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी दी गई। पंफ्लेट वितरित किये गए।अमन संस्था (एनजीओ) के सहयोग से एक बच्चा एक किताब अभियान का शुभारंभ करते हुए शचि शर्मा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विद्यालय में 17 किताबें पुस्तकालय को भेंट की गई। 32 निर्धन बच्चों को कापियाँ व पैन वितरित किये गये। विद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में निबंध लेखन, पोस्टर मेकिंग, चित्रकला, स्लोगन लेखन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित किये गए। चयनित प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतिभागी विद्यार्थियों को सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कापियाँ व पैन देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा की सचिव शचि शर्मा ने कहा कि पुस्तकों का जीवन में विशेष महत्व है।पुस्तक हमारे मित्र है। पुस्तकों के अध्ययन से ज्ञान की वृद्धि होती है। शिविर में विद्यालय के प्रधानाचार्य, अध्यापकगण व अधिकार मित्र उपस्थित रहें।