भेल नाले से बुग्गियों से खनन, राजस्व को भारी नुकसान, स्थानीय पुलिस की लापरवाही पर सवाल
मोहम्मद आरिफ उत्तराखंड क्राइम प्रभारी


हरिद्वार की गूंज (24*7)
(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के भेल नाले से खुलेआम बुग्गियों से खनन किया जा रहा है। लगातार भारी संख्या में बुग्गियों से हो रहे इस अवैध उत्खनन से न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुँच रहा है, बल्कि आसपास बसे घरो को भी खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार खोदे जाने के कारण बरसात में पानी की धारा धीरे-धीरे बसाकत की ओर बढ़ रही है जिससे भविष्य में मकानों की नीवें कमजोर और मकानों की दीवारों में दरारें आ सकती है। जिससे भविष्य में जान माल को बड़ा नुकसान पहुंचे की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि भेल नाले में लगातार दिन का उजाला होते ही बुग्गियों का ताता लग जाता है। जो पूरे दिन दोड़ती रहती है। और क्षेत्रीय प्रॉपर्टी डीलर के अवैध तरीके से रेत मिट्टी से प्लॉट भरने का काम करते हैं। यहां तक रेत मिट्टी निकाल कर एक जगह इकट्ठा भी किया जाता हैं और उस रेत मिट्टी को ट्रैक्टर ट्राली द्वारा अन्य स्थानों पर पहुंचाया जाता है। सूत्रों ने बताया कि इस नीति को सफल बनाने में स्थानीय प्रशासन की अहम भूमिका नजर आती है। क्योंकि कोई गैर कानूनी कार्य पुलिस प्रशासन से छुपता नहीं है। जबकि यह कार्य तो दिन के उजाले में लगातार देखा जा सकता है। फिर गस्त के दौरान भेल नाले से अवैध तरीके से निकाले जा रहे रेत से भरी बुग्गियों पर स्थानीय पुलिस प्रशासन की नजर क्यों नहीं पहुंच पाती है। जबकि इस तरह के अवैध खनन नाले के प्राकृतिक बहाव को बाधित करता है। यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया तो बाढ़ और मिट्टी कटान जैसी आपदाएँ सामने आ सकती हैं। जो आसपास बने घरों को ध्वस्त कर उन्हें हानि पहुंचाने का काम कर सकती है। यहां तक जान से हाथ भी लोग धो सकते हैं। इस अवैध खनन से राजस्व विभाग को भी बड़ा नुकसान है। बिना अनुमति और रॉयल्टी दिए लगातार खनिज सामग्री निकाली जा रही है, लेकिन जिम्मेदार विभाग कुंभकरनी नींद सोया हुआ है तो वहीं पुलिस मौन हैं। सूत्रों ने बताया कि कई बार शिकायतें भी की जा चुकी है मगर कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई जाती है। मौके पर न तो कोई छापेमारी की गई और न ही सुखी खनन माफियाओं के खिलाफ ठोस कदम उठाए गए है। स्थानीय सूत्रों का आरोप है कि स्थानीय कोतवाली की लापरवाही के कारण खनन माफिया बेखौफ होकर दिन-रात नाले से बुग्गियों द्वारा रेत निकाल रहे हैं।











