हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। जहां इस बार दिवाली पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया है। तो वहीं पटाखों की आवाज के साथ पटाखों से निकलने वाला धुआं लोहे की नाल से बने औजार के आगे फीका दिखाई दिया है। Oplus_16908288
मौत का सामान, जी हां… इसे मौत का सामान ही कहिए। जो खुलेआम दिवाली के समय सड़कों पर बिकता हुआ दिखाई दिया है, वो भी महज 250 से 300 रुपये में। कोई भी जाकर इसे खरीद सकता है, ना इसका कोई नाम है और ना ही कोई गारंटी। साथ में गंधक और पोटाश का एक ऐसा मसाला भी मिलेगा जो इस लोहे की नाल से बने औजार में डालने पर तेज धमाका करता है। ऐसा धमाका, जो कान के पर्दे हिला दे और जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दें। अगर इस दौरान ये नाल फट जाए तो फिर इसे चलाने वाला घायल होगा या मरेगा, इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं। Oplus_16908288
वहीं शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है कि इस समय सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म पर लोहे की नाल से बना औजार में गंधक और पोटाश का मसाला भर कर खूब तेज आवाज निकालकर वायरल किया गया है, साथ ही बहुत कम पटाखों की आवाज सुनने को मिली है पर इस बार धड़ल्ले से लोहे की नाल से बने औजार की आवाज गूंज रही है। Oplus_16908288
शहर में चर्चा है कि लोहे की नाल से बना औजार में गंधक और पोटाश का मसाला भर कर पटाखों की आवाज के साथ निकलने वाला धुआं कही न कही लोगों के शरीर के लिए भी खतरनाक न बन जाए। Oplus_16908288
गली-मोहल्ले, चौक-चौराहों से लेकर हरिद्वार जनपद में हर जगह लोहे की नाल से बने औजार में गंधक और पोटाश मसाले को भर कर पटाखे पटकाएं गए है, पर इसमें से निकलने वाला धुआं बच्चों, बुर्जुग ओर लोगों के लिए खतरनाक बन न जाए। वहीं हरिद्वार जनपद में पुलिस प्रशासन द्वारा पटाखों की बिक्री को लेकर एक बड़ा आदेश पास किया गया था। तो वहीं दूसरी ओर लोहे की नाल से बने औजार की बिक्री पर कही न कही पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है।
शहर में चर्चा है कि सस्ती कीमत में तेज धमाके की वजह से यह मशीन पटाखों पर भारी पड़ रही है। लेकिन, धमाके के मजे के साथ ही इस मशीन में जान का खतरा भी छिपा है। अगर गंधक और पोटाश को थोड़ी सी भी ज्यादा मात्रा में डाल दिया गया तो लोहे का ये पाइफ धमाके के साथ फट सकता है और चलाने वाले की मौत भी हो सकती है। Oplus_16908288
अब देखना ये होगा कि आने वाली दिवाली 2026 में लोहे की नाल से बने औजार पर प्रतिबंध के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा अभियान चलाकर बेचने वालों पर कार्यवाही की जाएगी या नही यह तो अगले साल की दीवाली से ही पता चलेगा।