गेंदे पानी की मार झेल रहे ग्रामीण विभाग सो रहा कुंभकरण की नींद
फिरोज अहमद जिला ग्रामीण प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(फिरोज अहमद) लक्सर। जहा एक तरफ प्रदेश सरकार गांव गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने में करोड़ो रुपये खर्च कर रही है। तो वही दूसरी ओर गांवो में आज भी हालत बद से बत्तर बने हुए हैं, और ग्रामीण नरकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं। आपको बता दे कि ये तस्वीरे लक्सर विकासखंड के बसेड़ी खादर गांव की है जहा पानी की निकासी न होने के कारण रास्ते गंदे पानी मे तब्दील हो चुके है।

नालियों का जमा गंदा पानी ग्रामीणों के घरों में घुसने लगा है और ग्रामीण इसी गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है इस गन्दे जलभराव के कारण उनके बच्चे और वह बीमार हो रहे हैं यहां तक कि बच्चों से लेकर बड़े बजुर्ग तक इस भरे गन्दे पानी में गिरकर चोटिल तक हो चुके हैं, लेकिन यहा उनकी सूध लेने वाला कोई नही ग्रामीणों का कहना है। ग्राम प्रधान को बार बार बताने के बाद भी ग्राम प्रधान कुछ करने को तैयार नही अब वह क्या करे। वही जब हमारी टीम इस मामले में लक्सर खंड विकास अधिकारी प्रवीण बिष्ट के पास विकासखंड कार्यालय में पहुंची तो पता चला कि वह देहरादून मीटिंग में है।

जिसके बाद हमारी टीम लक्सर तहसील पहुंची और लक्सर एसडीएम सौरभ अस्वाल से इस मामले में बात की तो उन्होंने कहा ग्रामीणों कि इस समस्या का समाधान कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह फोन पर खंड विकास अधिकारी को निर्देशित करेंगे, की वह टीम बनाकर बसेड़ी गांव में पहुंचे और इस जल भराव जैसी समस्या का समाधान कराए साथ ही गांव के अंदर कीटनाशक दवाइयां का भी छिड़काव कराया जाए ताकि मक्खी मच्छरों से भी ग्रामीणों को निजात मिल सके। बरहाल आगे देखना यह होगा कि कब तक इन ग्रामीणों को इस गंदगी से निजात मिल पाती है या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताया।











