स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है: डॉक्टर आर०के सिंह
रवि चौहान हरिद्वार संवाददाता
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। छठे उत्तराखंड स्टेट सब जूनियर अंडर 14 आयु वर्ग के राज्य स्तरीय बास्केटबाल चैंपियनशिप 2024 में कई रोचक मुकाबले खेले गए, प्रदेश भर के खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए हरिद्वार जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर०के सिंह ने कहा की स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है, इन खेलों के माध्यम से खिलाड़ियों में जहां सक्रियता और स्फूर्ति बनी रहती है। वहीं वे अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाते हैं, खेल के साथ-साथ इन प्रतियोगिताओं से खिलाड़ियों के जीवन में चरित्र निर्माण की प्रवृत्ति को भी बढ़ावा मिलता है, उन्होंने सभी खिलाड़ियों से नशे से भी दूर रहने की अपील की। जिला बास्केटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित नैय्यर ने कहा की उत्तराखंड के लिए यह सौभाग्य की बात है कि इस राज्य में जो राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 2025 में होना है। उसका उद्घाटन देश की यशस्वी प्रधानमंत्री और दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी करने आ रहे हैं, उत्तराखंड में आयोजित होने वाले इन राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए लोकप्रिय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्य को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। जिला बास्केटबॉल एसोसिएशन के सचिव संजय चौहान ने बताया कि बालिका वर्ग में पहला मैच पौड़ी और मसूरी के बीच खेला गया जिसमें 19–4 से पौड़ी की टीम ने जीत दर्ज की बालिका वर्ग का दूसरा मैच रुड़की और उधम सिंह नगर के बीच खेला गया। जिसमें 18–11से रुड़की की टीम ने जीत दर्ज की बालिका वर्ग का तीसरा मैच हरिद्वार और नैनीताल के बीच खेला गया जिसमें हरिद्वार ने 25–15 से जीत दर्ज की, बालक वर्ग का पहला मुकाबला देहरादून और टिहरी के बीच खेला गया जिसमें 57–29 से देहरादून ने जीत दर्ज की बालक वर्ग का दूसरा मुकाबला नैनीताल और मसूरी के बीच खेला गया जिसमें 39–27 से नैनीताल की टीम ने जीत दर्ज की
बालक वर्ग का तीसरा मुकाबला चमोली और हरिद्वार के बीच खेला गया जिसमें हरिद्वार ने 51–38 से जीत दर्ज की। आज के आयोजन में उत्तराखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विकास तिवारी, डॉ अजय मलिक, योगेश शर्मा, प्रशांत राजपूत, विकास गर्ग, आलोक चौधरी, इंद्रेश गौड़, शिवम आहूजा, मनोरम शर्मा, लक्ष्य शर्मा, आकांक्षा शर्मा, अविनाश झा, वैभव चौधरी, लक्ष्य डूडेजा आदि उपस्थित रहे।