कोर-वर्किंग-कमेटी की बैठक के साथ हरिद्वार में शुरू हुआ अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा का ‘सावन पर्व’
हरियाणवी संस्कृति को विश्वपटल पर पहुंचाने का काम करेंगा अग्रवाल वैश्य समाज: अशोक बुवानीवाला

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा की प्रदेश कोर-वर्किंग-कमेटी की बैठक के साथ आज हरिद्वार में ‘सावन पर्व’ की शुरूआत की गई। ज्ञात रहें कि गंगा मैया की पावन भूमि पर अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा द्वारा दो दिवसीय ‘सावन पर्व’ आयोजित किया जा रहा है। दो सत्रों में चलने वाले इस सावन पर्व की आज कोर-वर्किंग-कमेटी की बैठक के साथ विधिवत शुरूआत की गई है। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्री अशोक बुवानीवाला ने की, जिसमें प्रदेशभर से संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक के एजेंडा अनुसार सर्वप्रथम प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने बताया कि हरियाणा की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर स्थापित करने की दिशा में अग्रवाल वैश्य समाज एक ऐतिहासिक पहल करने जा रहा है। उन्होंने बताया कि समाज ने यह संकल्प लिया है कि वह विश्व के सभी 195 देशों में हरियाणवी संस्कृति की आत्मा, उसकी पारम्परिक कहावतों, लोकोक्तियों और जन-प्रचलित वचनों’ को सिखाने और प्रचारित करने का कार्य करेगा। बुवानीवाला ने कहा कि यह अभियान केवल कहावतें सिखाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह हरियाणवी बोली, रहन-सहन, परंपराएं, गीत, त्योहार, और जनश्रुतियों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करेगा। इससे न केवल हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत का प्रसार होगा, बल्कि भारत के विविधतापूर्ण और समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को भी वैश्विक सम्मान प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सिरे चढ़ाने के लिए अग्रवाल वैश्य समाज अपने प्रत्येक पदाधिकारियों, विभिन्न इकाईयों के अध्यक्ष, महासचिव, महिला मोर्चा, युवा एवं छात्र इकाई इत्यादी सभी के सामुहिक प्रयास से इस अभियान को गति देगा। जिसके तहत संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्यगण अपने विदेशी सम्पर्क वाले एनजीओं, संगे-संबंधियों एवं मित्रों को सूचिबद्ध कर उनसे सम्पर्क करेंगे और विदेशों में हरियाणवी संस्कृति से जुड़ें कार्यक्रमों का आयोजन हरियाणवी पारम्परिक कहावतों को संरक्षित करने, युवा पीढ़ी और प्रवासी भारतीयों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोडऩे, विदेशी भाषाओं में इन कहावतों का अनुवाद करके वैश्विक दर्शकों को समझाने, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हरियाणवी भाषा और संस्कृति का मान बढ़ाने का काम करेंगे। संगठन के विस्तार पर चर्चा करते हुए बैठक में निर्णय लिया गया कि समाज को व्यापक स्तर पर संगठित करने हेतु एक प्रदेशव्यापी सदस्यता अभियान प्रारंभ किया जाएगा। इसका उद्देश्य हर जिले, ब्लॉक और गांव तक समाज के लोगों को जोडऩा है ताकि संगठन की जड़ें और भी मजबूत हो सकें। बैठक में जिला एवं विधानसभा स्तरीय कार्यकारिणी के गठन पर जोर देते हुए प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि शीघ्र ही प्रत्येक जिले व विधानसभा की कार्यकारिणीयों की समीक्षा की जाएगी और जिन जिलों में अभी तक कार्यकारिणी गठित नहीं हो पाई है, उन्हें आगामी 30 दिनों में संगठनात्मक ढांचा तैयार करने के निर्देश दिए जाएगें। इसके अलावा जिलास्तर पर अपने-अपने जिलों की प्रमुख सामाजिक एवं प्रशासनिक समस्याएं प्रशासन के समक्ष उठाई जाएंगी और उनका समाधान करवाया जाएगा। जिस पर बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों ने अपनी सहमती जताई। बुवानीवाला ने कहा कि यह बैठक न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से बल्कि वैश्य समाज की सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक उन्नति के लिए भी मील का पत्थर सिद्ध हुई। इस दौरान सभी उपस्थित पदाधिकारियों ने भविष्य में एक संगठित, सशक्त और प्रभावशाली वैश्य समाज की संकल्पना के साथ बैठक का समापन किया। इस मौके पर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष तायल व पवन अग्रवाल, महासचिव राजेश सिंगला व बलराम गुप्ता, कोषाध्यक्ष कमल मित्तल, महिला प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सर्राफ, युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि गर्ग बधवानियां, मंत्री मुकेश बंसल, यमुनानगर नगर पालिका अध्यक्ष संगीता, पूर्व पालिका अध्यक्ष महम पिंकी, सुशील गुप्ता, विकास गर्ग, संदीप नूनीवाला सहित अनेक पदाधिकारीगण मौजूद रहें।