हरिद्वार

मुख्यमंत्री ओर काबिना मंत्री ने दिखाई थी हरी झंडी, महिला सारथी कम्पनी के नाम पर हड़पें पांच लाख रुपए, हरिद्वार में मुकदमा दर्ज

भाजपा नेता की पत्नी से सरकारी स्कीम में साझेदार बनाने को लेकर धोखाधड़ी, हरिद्वार से लेकर राजधानी तक में चर्चाओं का बाजार गर्म

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। उत्तराखंड सरकार जनता को रोजगार दिलाने के बड़े-बड़े वादें करती है तो वही सूबे के मुखिया और काबिना मंत्री रेखा आर्य ने महिला सारथी कंपनी को हरी झंडी दिखाकर महिला दिवस के अवसर पर शुभारंभ किया था। जिसके चलते महिला सारथी कम्पनी (स्कीम) को देख लोगो के चेहरे खिल उठे थे। तो वहीं सरकारी स्कीम का साझेदार बनाकर भाजपा नेता की पत्नी से पांच लाख रुपए की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है जिसके चलते हरिद्वार से राजधानी देहरादून तक में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

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वहीं सरकारी स्कीम में हरिद्वार की साझेदारी करने का झांसा देकर भाजपा नेता की पत्नी से पांच लाख रुपए की ठगी की गयी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि स्वयं को महिला सारथी स्कीम से जुड़ा बताकर ठगने व मुख्यमंत्री एवं काबीना मंत्री की तस्वीर दिखाकर यकीन दिलाया गया। पीड़िता ने पुलिस कप्तान हरिद्वार से शिकायत कर वैधानिक कार्यवाही अमल में लाने का अनुरोध किया है। वहीं पुलिस ने मामले मे मुकदमा पंजीकृत कर तफ्तीश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार मायापुर निवासी भाजपा नेता भोला शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा ने शिकायती पत्र में बताया कि देहरादून के सौरव मिश्रा ने उनको बताया कि प्रदेश सरकार के साथ मिलकर महिला सारथी स्कीम चला रहा है ये स्कीम महिला सुरक्षा व रोजगार से जुड़ी बताई गयी।

आरोप है कि उसने सोशल साईट व अन्य माध्यम के द्वारा मुख्यमंत्री व काबिना मंत्री रेखा आर्य का फोटो दिखाकर यकीन दिलाया तथा सौरव ने नीलम शर्मा को हरिद्वार जनपद के क्षेत्र का साझेदार बनाने का लालच दिया, उसकी एवज में 05 लाख रुपए की मांग की। वहीं सारथी योजना के तहत 100 स्कूटी, 50 आटो तथा 50 कार उपलब्ध कराकर गरीब व जरूरतमंद महिला को दिये जाने की बात कही, साथ ही साथ इस बात का भी लालच दिया कि कुल आमदनी का 07 प्रतिशत मुनाफा भी तुमको मिलेगा, 03 साल तक काम देने व मोबाइल एप के जरिए वाहनो के रखरखाव का दावा भी किया गया।

वहीं पीड़िता का यह भी आरोप है कि सड़क सुरक्षा स्कीम शुरू करने के नाम पर 30 मार्च से 07 मई 2025 के बीच 05 लाख रुपए की धनराशि नकद व यूपीआई के माध्यम से हस्तांतरित करवाई, ट्रांजेक्शन उसके द्वारा बताये गये खाते में की गयी, बाद में एक पत्र भी दिया गया कि काम जून 2025 से प्रारम्भ होगा। लेकिन वक्त गुजरने के बाद भी काम प्रारंभ नहीं हुआ तो नीलम शर्मा ने अपने पैसे मांगे तो आरोपी ने धमकी दी कि मेरे साथ सीधे मुख्यमंत्री जुड़े हुए हैं, भय के कारण नीलम शर्मा पुलिस के पास पहुंची नीलम शर्मा ने बताया कि आरोपी से लगातार धमकियां मिल रही है जिस वजह से पूरा परिवार डर के माहौल में जीवन जीने को मजबूर है।

कोतवाली नगर पुलिस ने मामला पंजीकृत कर तफ्तीश शुरू कर दी है। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद उत्तराखंड की राजनीति में भी हलचल व खलबली मची गई है। वहीं शहर कोतवाल प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि मामला पंजीकृत कर लिया गया है, जिसकी तफ्तीश भी शुरू कर दी गयी है।

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