देहरादून

सिलक्यारा टनल के सफल रेस्क्यू आपरेशन को शब्दों में चित्रित करता है उत्तरकाशी पुलिस का कॉफी टेबल बुक

राजेश कुमार देहरादून प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) उत्तरकाशी। दुनिया के सबसे मुश्किल रेस्क्यू में अपना शामिल कर चुका सिलक्यारा टनल हादसे में 17 दिन की कड़ी जद्दोजहद के बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, उत्तराखंड पुलिस व अन्य बचाव दलों बाद सभी 41 जिंदगियों को खुली हवा में सांस दिलवा दूसरी जिंदगी दी थी। उक्त टनल हादसे के बाद एक तरफ जहां टनल में कार्य करने वाले मजदूरों के लिए सुरक्षा मानकों पर ध्यान देने को केंद्र से लेकर राज्य सरकार में चेतना जगी है वहीं जनपद उत्तरकाशी में हुए उक्त सफल ऐतिहासिक रेस्क्यू अभियान को पुलिस कप्तान उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी द्वारा यादगार व उत्तरकाशी के इतिहास में सदैव याद रखने को उत्तरकाशी पुलिस के नाम से एक पुस्तक “कॉफी टेबल बुक” प्रकाशित की है। जिसका आज सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उत्तरकाशी में लोकार्पण किया गया है। किताब के मुख्य सम्पादक पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी अनुज कुमार द्वारा बुक का कंसेप्ट डिजाइन तैयार किया है। कर्नल सुदीप बॉस व डॉ0 चेतना पोखरियाल द्वारा बुक के सम्पादन में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया तथा कांस्टेबल सुरेश कोहली एवं विरेन्द्र नेगी द्वारा तस्वीरे व तकनीकी सहायता प्रदान की गयी है। कॉफ़ी टेबल बुक माह नवम्बर 2023 में यमुना घाटी एवं गंगा घाटी को जोडने वाली सिलक्यारा-पॉलगांव टनल आपदा में फंसे विभिन्न प्रान्तों के 41 श्रमिकों को सुरक्षित रेस्क्यू करने एवं अनुभवों से सम्बन्धित है। जानकारी हो कि दीवाली के दिन 12 नवम्बर 2023 को जनपद उत्तरकाशी के यमुना एवं गंगा घाटी को जोडने वाली निर्माणाधीन सिलक्यारा टलन में प्रातः सिफ्ट चैंजिंग के दौरान अचानक टनल का एक भाग भरभरा कर ढहने से टनल में काम कर रहे 41 श्रमिक टनल के अंदर फंस गये थे। मजदूरों को एनएचआईडीसीएल की मशीनरी, उत्तरकाशी पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर, मेडिकल, जिला प्रशासन एवं बाहर से आये विशेषज्ञों व अन्य संस्थाओं द्वारा कड़ी मशक्कत व दिन-रात मेहनत करते हुये 17 दिन के उपरांत 28 नवम्बर 2023 को टनल में फंसे सभी श्रमिकों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया था।

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