हरिद्वार

लंबे संघर्ष के बाद शुरू हुआ बहादराबाद छठ घाट का निर्माण: रंजीता झा

छठ घाट के निर्माण से हजारों छठ व्रतियों की मनोकामना पूर्ण

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। बहादराबाद में गंगनहर पर छठ घाट का निर्माण कराने में पूर्वांचल उत्थान संस्था की वरिष्ठ सदस्या एवं समाजसेवी रंजीता झा का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने घाट के निर्माण के लिए लगातार 4 सालों तक सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटे। शासन-प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई। इतना ही नहीं ज्वालापुर विधायक इं रवि बहादुर को घाट निर्माण के लिए 25 लाख रू की धनराशि आवंटित करने के लिए तैयार किया। आज घाट का निर्माण शुरू होने पर विधायक रवि बहादुर का आभार जताते हुए पूर्वांचल समाज को अपनी शुभकामनाएं दी है।
प्रेस को जारी बयान में रंजीता झा ने कहा कि पिछले साल छठ पूजा की तैयारी के दौरान उन्होंने अकेली महिला होने के बावजूद लगातार तीन दिनों तक खड़े रहकर छठ घाट की सफाई व्यवस्था का कार्य संपन्न कराया। इसके पूर्व विगत 4 सालों से शासन प्रशासन और सरकार ज्ञापन देकर घाट का निर्माण की मांग करती चली आ रही हूं। उन्होंने ही छठ पूजा कार्यक्रम में ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर को विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित कर छठ घाट का निर्माण कराने में सहयोग की मांग की थी और उनके ही निवेदन पर विधायक रवि बहादुर ने मंच से घोषणा की थी कि मैं रंजिता बहन के कहने पे आया हुं और अपनी विधायक निधि से 25 लाख देने की घोषणा करता हूं। ऐसे में विधायक ने अपना वादा निभाते हुए छठ पूजा के पूर्व घाट का निर्माण शुरू करा दिया है। इसके लिए वें विधायक का आभार व्यक्त करती है। पूर्वांचल समाज उनके योगदान को सदैव याद रखेगा। वहीं रंजीता झा ने घाट का निर्माण शुरू होते ही कुछ लोगो में श्रेय लेने की होड़ लग गई है। और एक एक तरह से मेरे प्रयास को दबाने का कार्य किया जा रहा है। रातों रात नई संस्था का गठन कर वाह वाही लूटने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे लोगों को समझना होगा कि छठ घाट के निर्माण के लिए पूर्वांचल के लोगों ने लंबा संघर्ष किया है और उनके योगदान को भूलाया नहीं जा सकता है। इस मौके पर उन्होंने सीए आशुतोष पांडेय, बीएन राय, शशि भूषण पांडेय, विमला पांडेय, मनोज शुक्ला, सुनील पांडेय, आशीष कुमार झा, विभाष मिश्रा, वीके त्रिपाठी, दिलीप कुमार झा, काली प्रसाद शाह सहित समस्त पूर्वांचल समाज के लोगों के योगदान को याद करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी।

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