
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष गुलशन खत्री ने मीडिया को बयान जारी कर चंडीघाट पुल निर्माण की धीमी गति पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि कावड मेले के समय हाइवे पर जाम और पुल पर ट्रैफिक के बढ़ते दबाव को देखते हुए देहरादून को कुमाऊं मंडल ओर लखनऊ से जोड़ने वाले इस पुल को बराबर में नए पुल का निर्माण कार्य कुंभ मेला 2020 में शुरू हुआ था। जिसकी लागत लगभग 57 करोड़ तथा जिसको 2022 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन धीमीगति के कारण 2025 हो गया और इसकी लागत भी लगभग दुगनी हो गई, जिसकी वसूली भी जनता के पैसे से होगी। हर बार हाइवे अथॉरिटी के अधिकारियों का यही कहना होता है कि अगले 3/4 महीने काम पूरा हो जाएगा, जो कि अब हास्यास्पद लगने लगा है। खत्री ने कहा कि वर्तमान में कांवड़ यात्रा के चलते इस पुराने पुल पर जाम की स्थित बनी हुई जिस कारण यात्रियों सहित स्थानीय लोग को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही ही नही बोर्ड परीक्षा शुरू होने के कारण परीक्षार्थियों को भी इस अधूरे पुल के कारण मानसिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से राज्य सरकार, हाइवे अथॉरिटी सहित केंद्र सरकार से इस पुल निर्माण कार्य को अविलंब पूरा कराने की मांग की है।