बड़ी रफ्तार से बढ़ रहा उत्तराखंड में कोरोना का कहर, रैलियों में उमड़ रही भीड़, कौन जिम्मेदार
रजत चौहान प्रधान सम्पादक
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। इस समय कोरोना के बढ़ते आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके चलते लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है, अगर कोरोना का पालन नहीं किया गया तो कुछ ही दिनों में कोरोना का कहर लोगो पर बरसना शुरू हो जाएगा। उत्तराखंड में इस समय चुनावी माहौल बना हुआ है, और लगातार हर पार्टियों की बैठकों के साथ-साथ बड़ी-बड़ी रैलियां भी हो रही है क्या उस समय कोरोना का कोई डर नहीं, क्या कोरोना को लेकर पाबंदी लगाने में सरकार के साथ-साथ प्रशासन भी फैल होता दिखाई दे रहा है। जी हां उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य में नाइट कर्फ्यू का आदेश पास किया गया है, जिसमें रात 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक कर्फ्यू का आदेश दिया है, ओर लोगों पर पाबंदी लगाने में प्रशासन सबसे सख्त कानून बनाकर लोगों को कैद करने में सख्ती दिखा रहा है, और यह होना भी जरूरी है क्योंकि कोरोना से कई लोगों की जान भी जा चुकी है, पर सोचने वाली बात यह है कि क्या रैलियों में इतनी बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा हुआ है उसके बावजूद भी कोरोना को लेकर कोई पाबंदी दिखाई नही देती है, आखिरकार इसका जिम्मेदार कौन है, क्या अपना वोट बैंक इकट्ठा करने में या रैलियों में भीड़ दिखाने से लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। आज भी उत्तराखंड में कोरोना के मामलो में लगातार बढ़ोतरी हुई है। आज रविवार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए हेल्थ बुलेटिन में कोरोना के 259 नए मामले सामने आए है, जबकि आज किसी भी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई है। बुलेटिन के मुताबिक आज जहां 110 मरीजों ने कोरोना को मात दी, वहीं इसके साथ ही उत्तराखंड में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या भी बढ़कर 506 तक पहुँच गयी है। पिछले 24 घंटो के दौरान कोरोना के नैनीताल मेे 91, अल्मोड़ा मेे 01, देहरादून में 77, हरिद्वार में 15, पौड़ी मेे 28, पिथौरागढ़ मेे 08, टिहरी मेे 05, यूएस नगर में 34 मरीज सामने आए है। कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखकर क्या उत्तराखंड सरकार कुछ खास कदम उठाएगी या नहीं, यह देखना अब बाकी है।