हरिद्वार

जिला कारागार रोशनाबाद में नवरात्रि के प्रथम दिवस पर देवी भागवत कथा का हुआ आयोजन

रजत चौहान प्रधान सम्पादक

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। हिंदू नव वर्ष चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वाधान में जिला कारागार रोशनाबाद जेल हरिद्वार में श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभ आरंभ भव्य कलश यात्रा के साथ किया गया। जिसमें सर्वप्रथम गौरी गणेश, नवग्रह पूजन के साथ ही साथ मां भगवती का पूजन अभिषेक कर कलश पूजन करते हुए प्रथम दिवस कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने श्रीमद् देवी भागवत महात्मा की कथा का श्रवण कराते हुए बताया सर्वप्रथम पांडवो के वंश में उत्पन्न राजा परीक्षित जिन्होंने शमिक मुनि का अपमान किया, शमिक मुनि के पुत्र श्रृंगी ऋषि ने राजा परीक्षित को श्राप दिया। जिसने मेरे पिता का अपमान किया, उसकी मृत्यु तक्षक नाम शर्प के द्वारा होगी समय आने पर तक्षक सर्प द्वारा राजा परीक्षित की मृत्यु हुई यह जानकर के राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय को बड़ा ही दुख हुआ अपने पिता के मोक्ष के लिए चिंतित जन्मेजय को देखकर के कृष्ण द्वैपायन वेदव्यास महाराज जिन्होंने वेदों पुराणों एवं शास्त्रों की रचना की ऐसे वेदव्यास महाराज ने स्वयं जन्मेजय को श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण कराया जिस कथा के प्रभाव से जन्मेजय के पिता राजा परीक्षित मोक्ष को प्राप्त हो गया। श्रीमद् देवी भागवत द्वारा राजा परीक्षित का मोक्ष देखते हुए ऋषि-मुनियों एवं भक्तों ने भी आगे चल कर के अपने एवं अपने पितरों के उद्धार के लिए देवी भागवत का आयोजन करना प्रारंभ किया। शास्त्री ने बताया देवी भागवत महापुराण में मां भगवती के ही चरित्रों का वर्णन मिलता है प्रथम नवरात्रि मां शैलपुत्री का पूजन किया जाता हे हिमाचल के यहां पर मां मैना के गर्भ से पुत्री रूप में जन्म लेने के कारण ही मां भगवती का नाम शैलपुत्री पड़ता है, मां शैलपुत्री का पूजन दूध दही घी एवं पीले वस्त्र अर्पण करते हुए किया जाता हे सफेद वस्तुओं का भोग मां मां को अति प्रिय है, दूसरा नवरात्रा मां ब्रह्मचारिणी का पूजन किया जाता है, मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर से बनी हुई वस्तुएं एवं हरे रंग के वस्त्र अर्पण करने से मां प्रसन्न होती है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक मनोज आर्या ने भी सभी बंदियों को हिंदू नव वर्ष की शुभकामना देते हुए बताया जिला का रोशनाबाद को सुधार ग्रह के रूप में जाना जाता है, यहां पर बंधिया को सुधारने का मौका दिया जाता है उनके उज्जवल भविष्य के लिए धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। देवी भागवत कथा के द्वारा मां देवी की कृपा सबके ऊपर बने इस कामना से कथा का आयोजन किया जा रहा है, एवं इस अवसर पर लॉन्ड्री एवं बकरी का भी उद्घाटन जिला कारागार में किया गया। वहीं दूसरी ओर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने बताया अखाड़े के द्वारा लगभग 15-20 वर्षों से हर हिंदू नव वर्ष पर धार्मिक आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष जिला कारागार में बंदियों के उज्जवल भविष्य के लिए देवी भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर वीरेंद्र कुमार, कमलेश, सूरजभान शर्मा, नरेश स्वामी कुलदीप शर्मा, अश्मित कौशिक, हर्ष पंडित, आशीष, सोनू, शशिकांत आदि शामिल रहें।

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