उत्तराखंड पुलिस को हर स्तर पर एक कदम और बेहतर बनाना है इस वर्ष लक्ष्य: डीजीपी
राजेश कुमार देहरादून प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। वर्ष 2024 में प्रवेश करने के साथ ही उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा उत्तराखंड पुलिस को देश की टॉप 5 बेस्ट पुलिस में शामिल होने के लिए नई चुनौतियों को और बेहतर तरीके से हैंडल, अपराध व अपराधियो से निबटने के लिए टेक्नोलॉजी समेत ट्रेनिंग और दक्षता लाने पर कार्य करना वर्ष 2024 का उत्तराखंड पुलिस का लक्ष्य बताया। उन्होने कहा कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा वर्ष 2023 में कई चुनौतियों का पूर्ण दक्षता व सफलतापूर्वक आयोजन किया व सफल रहे, उन्होंने अपनी टीम को उस सफलता व कोशिश को वर्ष 2024 में और निखारने के आवाहन किया।
आज मंगलवार को पटेल भवन में पुलिस महानिदेशक द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में उनके द्वारा गत वर्ष उत्तराखंड पुलिस द्वारा प्रदेश में आयोजित विभिन्न आयोजनों में पुलिस विभाग के सफल कर्तव्य निर्वहन पर चर्चा की व वर्ष 2024 में विभाग की प्राथमिकताओं व किन योजनाओं पर काम किया जाना है को पत्रकारों के सम्मुख रखा। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम को उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों के विषय मे मीडिया लगातार आंकलन करने सहित आलोचना प्रदान की जाती है, जिससे पुलिस विभाग में सुधार करने का स्कोप बना रहता है। इससे जाहिर है काम के दौरान एक स्वस्थ वातावरण रहता है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस की क्राइम फाईटनिंग एबिलिटी को टेक्नोलॉजी व ट्रेनिंग के माध्यम से सुधारना इस वर्ष के लक्ष्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार कई महत्वपूर्ण पैरामीटर्स पर उत्तराखंड पुलिस ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जिसे आगे भी जारी रखते हुए देश के टॉप 5 पुलिस में शुमार होना हमारे इस बार के लक्ष्य में से एक है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड पुलिस देश की बेस्ट फ़ोर्स में से एक है जिसका केस वर्कआउट, अपराधियो को सजा दिलाने, प्रॉपर्टी संबंधी अपराधों में रिकवरी रेट आदि पर पुलिस विभाग का कार्य सराहनीय रहा।
उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में उत्तराखंड 38 वां राष्ट्रीय खेल प्रतिगोगिता होस्ट करने जा रहा है,जिसमे देशभर से हज़ारों एथलीट्स, कई अधिकारी व मेहमान शामिल होने,खेल व सुरक्षा के लिहाज से उक्त आयोजन पुलिस विभाग के लिए चुनौती है। उन्होंने कहा कि आपदा से लड़ने को पुलिस विभाग को और सक्षम बनाना भी उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष हम कोशिश करेंगे कि मुख्यालय स्तर का जो असल कार्य पुलिस बल के कार्यो की ऊपरी तौर पर बड़े स्तर पर समीक्षा करना मुख्यालय स्तर पर थानेदारी न करे,वह बनाये रखने की कोशिश करेंगे। अनावश्यक रूप से जनपद पुलिसिंग के काम को प्रभावित नही करेंगे,जरूरत होगी तो बेशक समीक्षा के इतर दखल का कार्य भी किया जाएगा।
इस दौरान एपी अंशुमान ने कहा कि बीते वर्ष प्रदेश ने जी 20 व ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होस्ट किया था जिसमे उत्तराखंड पुलिस द्वारा सफल आयोजन की मजबूत सुरक्षा व्यवस्था सहित यातायात व्यवस्था व मेहमानों की सुरक्षा का जिम्मा बखूबी निभाया। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में प्रदेश में लोकसभा चुनाव होने है जिसे सफलतापूर्वक संपन्न करवाना पुलिस की प्राथमिकता है।
इस मौके पर अमित कुमार सिन्हा ने गत वर्ष विभाग के कार्यो पर जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2023 में विभाग में 1585 भर्तियां हुई, वहीं 1201 पदौन्नति की गई। बजट में 60 शहीद मृतकों के आश्रितों को 1-1 लाख रुपये, 367 मेधावी छात्रों को साढ़े अठारह लाख छात्रवृत्ति प्रदान किया। 390 पुलिस कर्मियों को 1 करोड़ 22 लाख रुपये चिकित्सा ईलाज को दिए गए। 35 कर्मियों को 99 लाख की धनराशि व 75 लाख रुपये करीब दुर्घटना बीमा विभाग द्वारा प्रदान किये गए।