उत्तराखण्ड पुलिस की संवृद्धि और विकास ही उनका मुख्य लक्ष्य: डीजीपी
राजेश कुमार देहरादून प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। प्रदेश के नवीन पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा कल पदभार ग्रहण करने के बाद आज पहली बार पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में अपने अधीनस्थ वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली गयी,उनके द्वारा खासतौर पर बैठक में कार्मिक व अपराध एवं कानून व्यवस्था अनुभागों की समीक्षा की गई। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस की संवृद्धि और विकास ही उनका मुख्य लक्ष्य है। सकारात्मक दृष्टिकोण एवं मनोभाव के साथ एक टीम की तरह हम सबको काम करना है। उन्होंने अपनी टीम को कहा कि वह पूर्ण समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए यहां पर है। उन्होंने कहा कि उनका पूरा प्रयास रहेगा कि सभी अधिकारियों को फील्ड में काम करने का अवसर मिले। अन्य राज्यों एवं अर्धसैनिक बलों के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों को ध्यान में रखते हुए हम अपने जनपद एवं वाहिनी प्रभारियों को वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों में और अधिक मजबूत करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह अपेक्षा करते है कि सभी अधिकारी आप अपना कार्य पूर्ण निष्ठा एवं सर्म्पण से करेंगे। उन्होंने प्रतिज्ञा की कि उन सभी को मिलकर उत्तराखण्ड पुलिस को नई उचाईयों पर ले जाना है। उन्होंने अपनी टीम को संबोधित करते हुए बताया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा उत्तराखंड शासन को जो भी प्रस्ताव भेजे है, उनकी उनके द्वारा ठोस पैरवी की जाएगी। उत्तराखण्ड शासन को प्रेषित सभी प्रस्तावों की ठोस पैरवी की जाएगी। उन्होंने एक खास प्रस्ताव रखते हुए कहा कि चतुर्थ श्रेणी के पदों को आरक्षी ट्रेडमेन के नाम से नामित किये जाने का प्रयास उनके स्तर पर किया जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों को कह कि समस्त जनपद एवं वाहिनी प्रभारी कार्मिकों के एसीआर व एचआरएमएस के डेटा को शत प्रतिशत ऑनलाइन फीड कराना सुनिश्चित कर लें। कार्मिक पदोन्नति एवं अन्य सुविधाओं का समय से लाभ ले सके इसके लिए उनके द्वारा समस्त शाखा व इकाई प्रभारियों को अपने अधीनस्थ समस्त कैडर्स की समीक्षा करने के आदेश दिए है। उनके द्वारा पद ग्रहण करने के साथ ही प्रदेश में कानून बेहतर बनाये रखने का जो गोल सेट किया है उस दिशा में प्रयास करते हुए उन्होंने अपनी टीम को जमानत एवं पेरोल पर आये अभियुक्तों की निगरानी और उनकी गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखने को कहा है।
उन्होंने जनपद प्रभारियों को कहा कि मासिक अपराध गोष्ठी में वह जेल अधीक्षकों को भी आमंत्रित करें और उनसे भी सूचनाओं का आदान-प्रदान करें। उन्होंने एसटीएफ को सीमावर्ती राज्यों की जेलों से जमानत एवं पेरोल पर आये अभियुक्तों की भी अनिवार्य रूप से नियमित निगरानी करने के आदेश जारी किए है।
उनके द्वारा समस्त जनपद प्रभारियों को नियमित रूप से आई सी जे एस पोर्टल पर मॉनिटरिंग करने को कहा है, उन्होंने कहा कि निरोधात्मक कार्यवाहियां प्रोएक्टिव पुलिसिंग को दर्शाती है, इस पर विशेष फोकस किया जाए।
नशे के विरुद्ध पुलिस महानिदेशक अभिनव द्वारा और मुस्तैदी व तत्परता से कार्यवाही करने को अपनी प्रतिबद्धता बताते हुए, एनडीपीएस एक्ट एवं गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति की जब्तीकरण की कार्यवाही और गुण्डा एक्ट के अन्तर्गत जिला बदर की कार्यवाही बढ़ाने को कहा। उन्होंने प्रदेश में सड़क हादसों पर पुलिस की तत्परता को अनिवार्य मानते हुए प्रदेश में सड़क दुर्घटना में सम्भावित क्षेत्रों का चिन्हित कर वहां रोड साइनेंज और पुलिस कर्मियों को नियुक्त करने को कहा। उन्होंने उपरोक्त सड़क हादसों व यातायात मैनेजमेंट को अपने अधिकारियों को सम्बन्धित विभागों एवं हितधारकों के साथ समुचित समन्वय स्थापित कर प्रिवेन्टिव ट्रैफिक मेनेजमेन्ट के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार कर लें। बैठक के दौरान समस्त जनपद प्रभारियों, सेनानायकों, एवं परिक्षेत्र प्रभारियों व अन्य अधिकारियों द्वारा नवनियुक्त डीजीपी को शुभकामनाएं दी गयी।