चर्चा: खनन माफिया सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कानून को दिखा रहे ठेंगा
बेखौफ सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड खनन वाहन, प्रशासन बेखबर
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) हरिद्वार। जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार बिगड़ती व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर दिख रहे हैं, तो वहीं उत्तराखंड में कानून व्यवस्था की सरेआम धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं। पिछले काफी समय से प्रदेश में एक से बढ़कर एक बड़े मामले सामने आए हैं। जिससे धामी सरकार की जमकर किरकरी हो रही है। चाहे वह सरकारी महकमों में रिश्वत खोरी के मामले हों या फिर शराब माफियाओं, और खनन माफियाओं का बोलबाला रहा हो। वहीं जनपद हरिद्वार में खनन माफिया सरकार व जिला प्रशासन को चुनौती देते हुए ओवर लोडिंग खनन वाहन सड़कों पर दौड़ते देखे जाते हैं। लेकिन जिला प्रशासन ऐसे खनन माफियाओं पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां दुपहिया वाहन चालकों में पुलिस का डर देखा जाता है तो वहीं बड़े बड़े खनन वाहन चालक पुलिस को चुनौती देने में सफ़ल हो रहे हैं। वहीं ओवर लोडिंग खनन वाहनों से कई बार सड़क हादसे होने की ख़बर सामने आई हैं। उसके बावजूद जिला प्रशासन ऐसे खनन माफियाओं पर लगाम नहीं लगा पा रहा। जिससे खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो रहे हैं कि सरेआम पुलिस अधिकारियों के सामने ओवर लोडिंग खनन वाहन दौड़ा रहे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र से खनन माफिया बड़े पैमाने पर कारोबार कर रहे हैं जो रायवाला, ऋषिकेश, एवं अन्य स्थानों तक खनन सामग्री की सप्लाई कर रहे हैं। सवाल यह उठता है कि ग्रामीण क्षेत्र से खनन के ओवर लोडिंग वाहन जिस मार्ग से होते हुए रायवाला, ऋषिकेश क्षेत्र तक पहुंच रहे हैं उस मार्ग पर ही कई पुलिस चौकी स्थित हैं। लेकिन पुलिस के कुछ लापरवाह अधिकारी कर्मचारी सिर्फ दुपहिया वाहनों के चालान कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं। आखिर हरिद्वार जिला प्रशासन ऐसे खनन माफियाओं पर क्यों मेहरबान हो रहा है।