2-2 महीने बीत जाने बाद भी बिजली के बिल नहीं पहुंच रहे घर
उपभोक्ता हो रहे परेशान, कौन लेगा संज्ञान, कहा है धामी सरकार: चर्चा

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। उत्तराखंड जिले के हरिद्वार से एक बड़ी खबर प्रकाश में आई है, जहां विद्युत विभाग द्वारा दो-दो महीने बीत जाने के बाद भी बिजली के बिल उपभोक्ताओं के घर नहीं पहुंच रहे हैं। जिसके चलते उपभोक्ता परेशान है और शहर में चर्चा बनी हुई है कि कहां है धामी सरकार कौन लेगा इस पर संज्ञान।
शहर में चर्चा है कि विद्युत विभाग द्वारा पहले हर महीने बिजली का बिल उपभोक्ताओं के घर पहुंच जाया करता था या एसएमएस के द्वारा बिल प्राप्त हो जाता था पर अब दो-ढाई महीने से देखा जा रहा है कि विद्युत विभाग द्वारा बिजली के बिल उपभोक्ताओं के घर नहीं भेजे जा रहे हैं और न ही कोई मीटर रीडिंग लेने आ रहा है, जिसके चलते उपभोक्ता परेशान दिखाई दे रहे हैं।
वहीं एक उपभोक्ता ने नाम न खोलने की शर्त पर बताया कि एक तो सरकार द्वारा स्मार्ट मीटर लगाकर लोगों का शोषण किया जा रहा है तो वहीं रही-सही कसर दो-दो महीने से बिजली के बिल उपभोक्ताओं के घर न पहुंचने के साथ साथ मीटर रीडिंग लेने भी कोई कर्मचारी नहीं आ रहा है।
तो वहीं सबसे बड़ी हैरत की बात तब सामने आई जब अगल बगल में रह रहे पड़ोसी एक दूसरे से रोज पूछते है कि बिल आया क्या, मीटर रीडिंग ले कोई आया क्या, ये सवाल कई न कई विभाग पर खड़ा कर रहा है।
वहीं उपभोक्ता ने बताया कि पहले से ज्यादा बिजली की यूनिट दर में बढ़ौती हुई है ऊपर से दो-दो महीने का बिल देना एक गरीब परिवार के लिए आसान नहीं होगा, जो बिल पहले एक हजार के करीब आता था, वह बिल अब दो-दो महीने बाद कई कई हजार रुपए पहुंच गया होगा, जिसको भरने के लिए उपभोक्ताओं के लिए आसान नहीं होगा।
शहर में चर्चा है कि पहले विद्युत विभाग में तैनात कर्मचारी बिल या मीटर रीडिंग लेने आते थे, जब से सरकार द्वारा बिजली को प्राइवेट सेक्टर में दिया है जब से उपभोक्ता के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बनती जा रही है।
अब देखना ये होगा कि विद्युत विभाग द्वारा बिजली के बिल जितनी जल्दी उपभोक्ता के घर पहुंचाता है ये तो अब आने वाला वक्त ही बताएगा।











