हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। बरसात के दिनों में दुर्भाग्य से बिजली के खंबे में करंट से कोई न कोई अप्रिय घटना घट ही जाती है। ऐसे में विधुत विभाग अपनी जिम्मेदारी को यदि जनहित में व्यक्तिगत रुचि लेकर पूर्ण करे तो काफी हद तक अप्रिय घटनाओ को रोका जा सकता है। प्रत्येक जिले में वहाँ के डीजीएम यदि एसडीओ, जेई आदि को आदेश दे कि शिक्षण संस्थान, रास्तो और अन्य स्थानों पर लोहे के खम्बो में फेस टेस्टर द्वारा सुनिश्चित किया जाए कि उनके क्षेत्र में लोहे वाले बिजली के खम्बो में करंट जैसा खतरा नही है। उसके बावजूद यदि किसी क्षेत्र में करंट द्वारा कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी जवाब देही एसडीओ की होगी। किसी अप्रिय घटना से पल्ला झाडना बहुत सरल है मगर जिस परिवार का सदस्य या जानवर विधुत विभाग की लापरवाही का शिकार होता है वह दर्द अन्य नही महसूस कर सकता।