राष्ट्रीय संगोष्ठी में गुड गवर्नेंस पर हुआ विचार विनिमय
मानव संसाधन है गुड गवर्नेंस का मूलमंत्र: मंहत रविन्द्र पुरी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। स्थानीय एसएमजेएन पीजी कालेज में आहूत राष्ट्रीय संगोष्ठी में गुड गवर्नेंस एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर भी विचार विनिमय किया गया। इस अवसर पर राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक विनय थपलियाल ने कहा कि गुड गवर्नेंस आज के वैश्वीकृत युग में एक अनिवार्य आवश्यकता बन चुका है क्योंकि गुड गवर्नेंस यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी संस्थान में समस्त कार्मिकों सेवा प्रदाताओं और अन्य स्टेकहोल्डर्स के बीच में कितना अच्छा समायोजन है इसके अतिरिक्त उनकी संतुष्टि का स्तर क्या है? प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री मंहत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि हम कई बार मानव संसाधन के प्रबंधन की बात करते हैं परंतु हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि मानव इस समस्त गतिविधि का मूल है अतः कोई भी गुड गवर्नेंस मानव संसाधन के बिना कारगर साबित नहीं हो सकती हैं। अतः प्रबंधन ने एसएमजेएन संस्थान में यह सुनिश्चित कराया है की उचित फीडबैक सिस्टम से समस्त स्टेकहोल्डर यानी छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक पूर्व छात्र छात्राऐं अपने संतुष्टि का स्तर बता सकते है। उन्होंने इस हेतु प्राचार्य एवं कालेज के समस्त स्टाफ की प्रशंसा की। प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि हमारा महाविद्यालय गुड गवर्नेंस के तीन स्तरों पर कार्य कर रहा है पहले कार्मिकों को उचित वातावरण प्रदान करने का स्तर, दूसरा छात्र छात्राओं को अपनी समस्या के निदान का स्तर, और तीसरा कौशल विकास एवं सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य लाभों को छात्रों को प्रदान करने के लिए आवश्यक वातावरण का स्तर, मुझे यह बताते हुए हर्ष की अनुभूति होती है कि हमारे महाविद्यालय में तीनों स्तरों पर संतोष जनक ढंग से कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर कालेज की छात्रा अपराजिता ने कविता के माध्यम से भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया तथा गुड गवर्नेंस के बारे में बताया। कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी व कैरियर काउसिंलिग सेल के अधिष्ठाता विनय थपलियाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से हरिद्वार नागरिक मंच के जगदीश लाल पाहवा, रमन कुमार सैनी अधिवक्ता, रामानंद इंस्टीटयूट के मयंक गुप्ता, मनोज उनियाल, सूरज, श्रुति शर्मा, एवं डाॅ. मन मोहन गुप्ता, प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, डाॅ. सुषमा नयाल, डाॅ. शिव कुमार चौहान, डाॅ. मनोज कुमार सोही, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. लता शर्मा, श्रीमती रूचिता सक्सेना, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. पल्लवी राणा, डाॅ. मिनाक्षी शर्मा, डाॅ. विनीता चौहान, कु. भव्या भगत, कु. साक्षी गुप्ता, डाॅ. प्रदीप त्यागी, मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।