
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। देश की नामी दवाई कंपनियों के नाम का इस्तेमाल कर धड़ल्ले से बाज़ार में नकली दवाई बेचकर लोगो की जान की कीमत पर भारी मुनाफा कमाने वाले गिरोह के खिलाफ एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा खोले गए मोर्चे में एसटीएफ़ द्वारा आज पंजाब के जिरकपुर से एक दंपत्ति को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त द्वारा 2 साल देहरादून के वेलमेड हॉस्पिटल में पार्टनरशिप में केयर पॉइंट मेडिकल स्टोर चलाया था,जिसमे भी उसके द्वारा नकली दवाई सप्लाई की गई थी। वर्ष 2021 में भी अभियुक्त पानीपत में नकली रेमडिसिविर इंजिक्शन बेचने के आरोप में जेल जा चुका है। एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ द्वारा 1 जून को देश भर की प्रतिष्ठित दवाई कंपनियों के नाम पर नकली रैपर व नकली आउटर बॉक्स, लेबल एंव क्यूआर कोड भारी मात्रा के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर इस पूरे नकली दवाई गिरोह का भंडाफोड़ किया था। एसटीएफ द्वारा इस पूरे प्रकरण में दवाई की सप्लाई करने,बनाने वाले, रैपर्स आदि की प्रिंटिंग करने वाले अभियुक्तो से लेकर राजधानी के 5 दवाई कंपनियों के स्वामियो को गिरफ़्तार किया था। एसटीएफ टीम द्वारा आज शुक्रवार को इस गिरोह के एक दंपत्ति प्रदीप कुमार पुत्र हंसराज व श्रुति डावर पत्नी प्रदीप कुमार निवासी म०नं० 1241पी सेक्टर 13/17 पानीपत हरियाणा हाल निवासी फ्लैट नं0 102 टावर 6वी अपटाउन स्कैला सिटी जिरकपुर पंजाब को जिरकपुर से गिरफ्तार किया है। एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि इस अभियोग में गिरफ्तार अभियुक्त प्रदीप कुमार द्वारा वर्ष 2023 में अभियुक्त नवीन बंसल उर्फ अक्षय के साथ मिलकर नकली दवाईयों का काम शुरू किया गया था। अभियुक्त प्रदीप कुमार द्वारा अपनी पत्नी श्रुति डावर के नाम से एक फर्म सांई फार्मा खोली। अभियुक्त प्रदीप कुमार और अभियुक्त नवीन बंसल द्वारा ब्रांडेड दवाई कम्पनी के नकली आउटर बॉक्स देहरादून के सेलाकुई में संतोष कुमार से बनवाये जाते थे और उसे वी- ट्रांस ट्रांसपोर्ट सेलाकुई, देहरादून के माध्यम से भिवाडी, राजस्थान मंगाते थे। दवाई पैक करने के लिए ब्रांडेड मेडिसन कम्पनी के प्रिन्टिङ एल्यूमिनियम फॉयल बद्दी हिमाचल प्रदेश के विजय कुमार पाण्डेय की फर्म एसवी फॉइल से बनवाते थे। अभियुक्त प्रदीप कुमार व नवीन बसंल आदि ब्रांडेड कम्पनी के नाम से बेचने के लिए दवाईयां देहरादून व हरिद्वार में स्थित फैक्ट्री से बनवाकर वी-ट्रांस ट्रांसपोर्ट सेलाकुई, देहरादून के माध्यम भिवाडी, राजस्थान मंगाते थे। और उक्त दवाईयों को अभियुक्त नवीन बंसल उर्फ अक्षय के आशियाना ग्रीन वाले फ्लैट में बिल्सटर मशीन की मदद से पैक करते थे। उक्त मशीन को अलग-अलग जगह पर लगाते थे। दवाईयों को एल्यूमिनियम फॉयल में पैक कर अभियुक्त पंकज शर्मा नोबल फार्मेसी पंचकुला की एम्बूलेंस वाहन की मदद से अलग-अलग राज्यों में सप्लाई करते थे। नवनीत सिंह ने बताया कि पानीपत, हरियाणा में अभियुक्त प्रदीप कुमार का एक ए.पी. मेडिकोज नाम से मेडिकल स्टोर है, अभियुक्त प्रदीप कुमार द्वारा 02 साल देहरादून में स्थित वेलमेड हॉस्पिटल में पार्टनरशिप में केयर पॉइंट मेडिकल स्टोर चलाया था, उसमें भी अभियुक्त ने नकली दवाईयां सप्लाई की है। इसके साथ ही वर्ष 2021 में कोराना काल के दौरान पानीपत पुलिस ने अभियुक्त प्रदीप कुमार को नकली रेमडिसिविर इंजिक्शन बेचने के केस में जेल भेजा था। अभियुक्त प्रदीप कुमार की फर्जी फर्म सांई फार्मा के बैंक खाते में विगत 02 वर्ष में नकली दवाई की खरीद-फरोख्त का करीब 14 करोड रूपये का लेन-देन प्रकाश में आया है, और उत्तराखण्ड सहित 06 राज्यों में विभिन्न मेडिकल स्टोरों में नकली दवाईयां सप्लाई करने की जानकारी प्राप्त हुई है। इस सम्बन्ध में गहनता से अन्य जानकारी की जा रही है। एसटीएफ़ द्वारा इस पूरे प्रकरण में अभी तक 12 लोगो को गिरफ्तार किया जा चुका है।