दिल्ली में पीर रतन नाथ मंदिर पर कार्रवाई के विरोध में अनुयाईयों ने निकाला रोष मार्च
सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर मंदिर की जमीन मंदिर को वापस देने की मांग की

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। डीडीए व एमसीडी द्वारा दिल्ली झंडेवालान स्थित पीर रतननाथ मंदिर परिसर में की गई कार्रवाई के विरोध में मंदिर से जुड़े अनुयायियों ने भीमगोड़ा स्थित पीर रतननाथ मंदिर से हरे राम संकीर्तन के साथ सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक रोष मार्च निकाला और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर केंद्र और दिल्ली सरकार से मंदिर की जमीन मंदिर समिति को वापस देने की मांग की। पीर रतनाथ मंदिर भीमगोड़ा के पुजारी विपिन शर्मा, दिनेश जोशी, हरि गौतम ने बताया कि 29 नवम्बर को दिल्ली झंडेवालान के पास प्राचीन पीर रतन नाथ मंदिर पर डीडीए द्वारा मंदिर परिसर के तुलसी वाटिका, लंगर हॉल को बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया गया था। जिस कारण मंदिर की व्यवस्थाओं में दिक्कत आ रही है,। मंदिर की बिजली और पानी की लाइन काट दी गई तथा सीवर लाइन को भी नुकसान पहुंचाया गया। जिससे मंदिर अंधेरे में डूबा रहा और भगवान को नियमित भोग लगाने में भी परेशानी हुई। इतना ही नहीं मंदिर में अलग से बिजली सप्लाई करने के लिए रखे गए जेनरेटरों को भी सड़क पर फेंक दिया गया। जिस कारण शाम को मंदिर मे भगवान की आरती मोमबत्तियां जलाकर की गयी। मंदिर में रोजाना दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन करने से वंचित किया गया। कार्रवाई का विरोध करने पर सैकड़ों लोगों को बस में भरकर 40-50 किलोमीटर दूर छोड़ा गया। इस कार्रवाई से मंदिर के अनुयायियो की आस्था को ठेस पहुंची है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता से मंदिर की जमीन वापस करने तथा मंदिर परिसर में लगाई गई टीन शेड को हटाने तथा परिसर में पुनः दीवार बनाने की अनुमति दिए जाने की मांग भी की। रोष मार्च में शामिल होने वालों में पीर रतनाथ मंदिर भीमगोड़ा के पुजारी विपिन शर्मा, दिनेश जोशी, हरि गौतम, पुरोहित नंद किशोर पाठक, राम अरोड़ा, हरि मोहन, विमल शर्मा, पवन लोगांनी, राम प्रकाश अरोड़ा, कौशल नारंग, जयदेव नारंग, युवराज मेहरा, धीरज मेहरा, देव अरोरा, विजय मल्होत्रा, आशा भारद्वाज, सुनीता अरोड़ा, प्रमिला गौतम, शशि, चंद्रा जोशी सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।











