त्यौहारों के सीज़न में मिलावटखोरों पर समय से शिकंजा कसे खाद्य सुरक्षा विभाग
चर्चा: सरेआम बड़े बड़े प्रतिष्ठानों पर सेंथेटिक मावे से बनी लाखों रुपए की बिकती हैं मिठाईयां
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। भारत वर्ष में त्यौहारों को लेकर अलग ही उत्साह रहता है तो वहीं त्यौहारों का बेसब्री से इंतजार रहता है होली, दीवाली व अन्य सभी त्यौहारों को बड़ी ही खुशियों से मनाया जाता है। जिसमें हर कोई अपने सगे संबंधियों व परिवार के साथ त्यौहार का आनन्द लेते हैं। वहीं हिन्दू समाज में दीपावली पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली पर्व पर मां लक्ष्मी जी पूजा अर्चना की जाती है तो वहीं इस पर्व पर बाजारों में भी खूब रौनक देखने को मिलती है दीपावली पर्व पर मिठाइयों की भी जमकर खरीददारी की जाती है। बड़े बड़े इंडस्ट्रीज, हों या छोटे बड़े व्यापारियों के यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों को दिवाली के मौके पर मिठाई, उपहार भेंट किए जाते हैं तो वहीं रिश्तेदारों में भी एक दूसरे को मिठाईयों, उपहारों का आदान प्रदान रहता है। वहीं दीवाली के मौके पर मिलावट करने वाले भी खूब चांदी काटते हैं। आपको बता दें कि दीपावली पर्व पर इंडस्ट्रियल कंपनियों में कर्मचारियों हेतु भारी मात्रा में मिठाईयां बांटी जाती हैं। जिसमें कई बड़ी बड़ी मिष्ठान की दुकानों पर कई दिन पहले से ही मिठाइयों को तैयार करवा दिया जाता है। वहीं दीवाली पर मिठाइयों की अत्यधिक मात्रा में बिक्री का फ़ायदा उठाते हुए कई जगह सेंथेटिक मावे से बनी मिठाईयां बाजारों में ग्राहकों को बेची जाती हैं। जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। वहीं हर वर्ष खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा भी बाजारों में मिष्ठानो की दुकानों पर छापेमारी कर कार्यवाही की जाती है। उसके बावजूद मिलावटखोर लाखों के वारे न्यारे करने के चक्कर में सेंथेटिक मावे से बनी मिठाईयां बाजारों में बेचने से बाज नहीं आ रहे। सुरक्षा विभाग द्वारा समय से बाजारों में मिठाइयों की दुकानों पर पहुंच जांच करनी चाहिए।