दून में अलग अलग प्रोजेक्ट खोल निवेश के नाम पर लोगो व बैंको के करोड़ो रूपये हड़पने वाले 4 अभियुक्त पंजाब से गिरफ्तार
राजेश कुमार देहरादून प्रभारी
(राजेश कुमार) देहरादून। रजधानी देहरादून के अलग अलग क्षेत्रो में फ्लैट्स प्रोजेक्ट खोल निवेशकों को प्रोजेक्ट्स का अधिकृत बैंक से एप्रूवड होने का झांसा देकर लोगो से एडवांस हासिल कर बैंको से उनके पास पर लोन पास करवा उक्त रकम को अपने एकाउंट में लेने के बाद करोड़ो रूपये हड़पने वाले एक गिरोह को दून पुलिस द्वारा कल रविवार पंजाब के रूपनगर से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तो के खिलाफ राजधानी में गैंगस्टर एक्ट सहित कुल 12 आपराधिक मामले दर्ज थे किंतु लंबे समय से पुलिस की आंखों में धूल झोंकने पर पुलिस कप्तान द्वारा अभियुक्तो की गिरफ्तारी को एक स्पेशल टीम गठित कर खुद उस ऑपेरशन की मॉनिटरिंग की जा रही थी।
पुलिस कप्तान ने अजय सिंह ने बताया कि व्हाइट कॉलर अपराधियों के खिलाफ पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही में एस०ए बिल्डटेक कम्पनी के संस्थापक प्रेमदत्त शर्मा द्वारा अपने अन्य सहयोगियों सुनीता शर्मा, अराधना शर्मा, अरूण सेगन तथा गौरव आहूजा के साथ मिलकर एक सुनियोजित आपराधिक षडयंत्र के तहत राजपुर क्षेत्रान्तर्गत मालसी में आर्टिगो रेजीडेंसी के नाम से बहुमंजिला आवासीय परिसर में फ्लैट विक्रय करने के नाम पर लोगो से करोडों रूपये निवेश करवाया गया तथा निवेशकों को फ्लैट पर न कब्जा दिया गया और न ही रजिस्ट्री की गई। उक्त व्यक्तियों द्वारा एक संगठित गिरोह के रूप में कार्य करते हुए धोखाधडी से आपराधिक षडयंत्र रचकर लोगों की धनराशि को हडप लिया गया, जिसके सम्बन्ध में थानाध्यक्ष राजपुर द्वारा अभियुक्तो के खिलाफ उ०प्र गिरोहबंद समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधि० 1986 में मुकदमा दर्ज किया था। वहीं कोतवाली नगर में भी वादी विजय भूषण पाण्डे,अधिकृत अधिवक्ता भारतीय स्टेट बैंक शाखा, न्यू कैण्ट रोड द्वारा भी एस0ए0 बिल्डटेक के साझेदार प्रेमदत्त शर्मा, सुनीता शर्मा, विजय लवाई, अराधना शर्मा व अन्य के द्वारा वर्ष 2013 में रायपुर क्षेत्र में लवाई अपार्टमेंट के नाम पर प्रोजेक्ट शुरू करने तथा उक्त प्रोजेक्ट के तहत अलग-अलग लोगों को फ्लैट देने के एवज में भवन निर्माता द्वारा एसबीआई बैंक से एक त्रिपक्षीय अनुबंध पत्र सम्पादित करते हुए 04 अलग-अलग खरीददारों के नाम से बैंक लोन एप्रुवड कराकर उक्त धनराशि को अपने खातों में प्राप्त करते हुए उक्त फ्लैटों के विक्रय पत्र किसी अन्य के नाम पर सम्पादित करते हुए बैंक की कुल एक करोड़ बीस लाख पचास हजार रू0 की धनराशि हडप लेने के सम्बन्ध में 04 अलग-अलग अभियोग पंजीकृत कराये गये थे।
पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तगणों के खिलाफ जांच करते हुए अभियुक्तो द्वारा स्वयं को आईसीआईसीआई बैंक से एप्रूवड बताकर थाना राजपुर क्षेत्र में वर्ष 2014 में आर्टिगो अपार्टमेंट के नाम से प्रोजेक्ट शुरू करने तथा लोगों से उक्त प्रोजेक्ट में निवेश करने की एवज में उन्हें फ्लैट उपलब्ध कराने से सम्बन्धित एग्रीमेंट करने तथा आईसीआईसीआई बैंक के माध्यम से उक्त लोगों के नाम पर फ्लैट के एवज में लोन पास करवाते हुए उक्त धनराशि को अपने खातों में प्राप्त करने के साक्ष्य मिले। अभियुक्तो द्वारा क्रेताओं/निवेशकों को न तो फ्लैट उपलब्ध कराये गये और न ही रजिस्ट्री सम्बन्धित कोई भी कागजात दिये गये, इसके अतिरिक्त अर्टिगो रेजिडेंसी की जमीन के स्वामी द्वारा भी आरोप लगाया गया कि अभियुक्तगण द्वारा उनके साथ एक जॉइंट एमओयू बनाया गया था, जिसमें वादी द्वारा अपनी जमीन अर्टिगो रेजिडेंसी प्रोजेक्ट बनाने के लिए दी गई थी, जिसमें कंस्ट्रक्शन अभियुक्तगणों को करना था, तथा दोनों प्रोजेक्ट में 50-50% के पार्टनर थे। लेकिन अभियुक्त द्वारा सारे फ्लैट स्वयं बेच दिए गए और वादी को उसके पैसे नहीं दिए।
जनपद देहरादून में अभियुक्तों के विरूद्ध अलग अलग मुकदमे दर्ज होने के बाद से ही सभी अभियुक्त लगातार फरार चल रहे थे। जिनके विरूद्ध न्यायालय द्वारा गैर जमानती वांरट भी जारी किये गये थे। पुलिस द्वारा पूर्व में कई बार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु उनके सम्भावित स्थलों पर दबिशें दी गई, परन्तु पुलिस टीम को कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी। वही पुलिस कप्तान अजय सिंह द्वारा व्हाइट कॉलर अभियुक्तो पर कार्यवाही करने के आदेश के बाद अभियुक्तो की धरपकड़ को काफी प्रयास किये गए किन्तु पुलिस को कोई सफलता नही मिल रही थी। जिसपर पुलिस कप्तान द्वारा अभियुक्तो की गिरफ्तारी को एक स्पेशल टीम गठित की गई व उक्त टीम द्वारा की जा रही कार्यवाहियों पर स्वयं से मॉनेटरिंग की गई व निर्देशित किया गया। जिस क्रम में पुलिस द्वारा गोपनीय रूप से जानकारी एकत्रित करते हुए कल रविवार देर रात को पंजाब के रूपनगर से प्रेमदत्त शर्मा पुत्र स्व० यज्ञ दत्त शर्मा, सुनीता शर्मा पत्नी प्रेमदत्त शर्मा, अरुण सेगन पुत्र विजय सेगन,आराधना शर्मा पत्नी अरुण सेगन निवासी- निवासी- ग्राम तखतगढ़ थाना नूरपुर बेदी जिला रूपनगर, पंजाब गिरफ्तार किया। पुलिस कप्तान ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तो द्वारा सुनियोजित तरीके से स्वंय की एक कम्पनी बनाकर राजधानी के अलग अलग स्थानों पर प्रोजेक्ट खोले गए और उनमें लोगो को निवेश करने का झांसा देने के लिए अपने प्रोजेक्ट को किसी अधिकृत बैंक से एप्रूवड बताया जाता। उनके द्वारा निवेशकों व खरीदारों स फ्लैट लेने के एवज में एडवांस लिया जाता व सम्बन्धित बैंक से उक्त फ्लैटो के एवज में खरीददारों/निवेशकों के नाम पर लोन अपने खातों में प्राप्त किया जाता था। इसके बाद अभियुक्तों द्वारा उक्त फ्लैटों का विक्रय पत्र किसी अन्य के नाम पर सम्पादित कर सम्बन्धित खरीददार व बैंक का पैसा हडप लिया जाता था। उन्होंने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तो के खिलाफ कोतवाली नगर में 4 मुकदमे आईपीसी धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी व 8 मुकदमें आईपीसी धारा 420,406,504,120 बी व 2/3 गैंगस्टर एक्ट में थाना राजपुर में पंजीकृत है।