हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। एसएमजेएन पीजी काॅलेज में आज युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। युवा संसद में देश के ज्वलंत मुद्दों पर प्रतिपक्ष और सत्ता पक्ष के छात्र सांसदों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। इस युवा संसद के माध्यम से संसदीय परम्पराओं के निवर्हन का संदेश युवाओं में प्रेषित किया गया। इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में संसदीय परम्पराओं का वही स्थान है जोकि व्यक्ति के शरीर में हृदय का है। उन्होंने युवा संसद के कार्यक्रम की भूमिका को रेखाकिंत करते हुए कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि युवा संसद की गरिमा को अक्षुण्ण रखने वाली परम्पराओं को अपने जीवन में आत्मसात करें। इस अवसर पर कार्यक्रम का प्रारम्भ माँ सरस्वती को द्वीप प्रज्जवलन एवं पुष्प अर्पण से किया गया। मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राजनीति विज्ञान विभाग और नोडल अधिकारी विनय थपलियाल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। युवा संसद में भारत की विदेश नीति के गुट निरपेक्षता के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष सांसदों के बीच उच्च स्तरीय बहस देखने को मिली। विपक्षी सांसद जौया तारीख ने भारत की विदेश नीति को लेकर सवाल किया तो दूसरी ओर विदेश मंत्री की भूमिका का निवर्हन कर रही अक्षरा अरोड़ा ने निवर्तमान विदेश नीति को भारत की विदेश नीति के सिद्धान्त के अनुरूप बताया। संसद में निजी करण को लेकर तीखी बहस हुई। इसमें विपक्षी सांसद आदित्य ने निजीकरण को लेकर सरकार से सवाल किया। और वित्त मंत्री सौरभ सैनी ने निजीकरण को सकारात्मक रूप से देखने की अपील सदन से की। सदन ने ध्वनिमत से वित्त मंत्री और विदेश मंत्री के प्रस्ताव को स्वीकार किया। युवा संसद में स्पीकर की भूमिका रिया कश्यप, उपाध्यक्ष की भूमिका मुस्कान अरोड़ा, सत्ता पक्ष के सांसदों की भूमिका पिंकी वर्मा, सौरभ सैनी, अक्षरा अरोड़ा, हिमानी, दिव्यांशु गैरोला ने, जबकि प्रतिपक्ष नेता की भूमिका किरण, दिव्या भट्ट, आदित्य नोटियाल, जौया तारीख और स्मिता ने निभाई। इस अवसर पर डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. विनीता चौहान, डाॅ. मीनाक्षी शर्मा, दिव्यांश शर्मा, डाॅ. विजय शर्मा, डाॅ. लता शर्मा, वैभव बत्रा, विनीत सक्सेना, डाॅ. रेणु सिंह, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. रजनी सिंघल, आदि उपस्थित रहे।