हरिद्वार

हिंदी मात्र एक भाषा नही, अपितु भारत की पहचान हैं: ​श्रीमहंत रविन्द्र पुरी

रवि चौहान हरिद्वार संवाददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। आज एसएमजेएन कालेज
में हिन्दी दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ, हिन्दी विभाग, हरिद्वार नागरिक मंच तथा इनरव्हील क्लब हरिद्वार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। हिंदी दिवस के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री महंत रविन्द्र पुरी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, अध्यक्ष, मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट, अध्यक्ष, कॉलेज प्रबंध समिति उपस्थित रहे। श्रीमहंत ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी मात्र एक भाषा नही बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं और भारत की पहचान हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी धरती पर जब कोई हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए मिलता हैं तो उसका भारतीयता से जुड़ाव साफ झलकता हैं। उन्होंने कहा कि आज समय हैं की युवा हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए कार्य करे तथा अपने को अपनी जड़ों से जोड़े । इस अवसर पर ईशा कश्यप, संजय और अपराजिता ने कविता का पाठ किया। इस कार्यक्रम में भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा रचित नाटक अंधेरनगरी चौपट राजा का मंचन भी किया गया। जिसमे ओमिशा, चारु, इशिका, मानसी, अंशिका, कामक्षा, आंचल, कशिश, मोनिका, टिया, देविका, चमन, महक आदि ने प्रतिभाग किया। हिंदी विभाग की डॉ आशा शर्मा ने कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए “मानस भवन में आर्यजन, जिसकी उतारे आरती।
भगवान भारतवर्ष में गूंजे हमारी भारती गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभाग की डॉ लता शर्मा ने गीत तथा डॉ रेणु सिंह ने कविता की सुंदर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कालेज के प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा ने बताया की महाविद्यालय द्वारा हिंदी भाषा के सम्मान में पिछले तीन दिनों से कार्यक्रम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय हिंदी दिवस की 75 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही हैं। प्रो बत्रा ने कहा कि आज का यह दिन भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक हिंदी भाषा के लिए समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी भारत की सांस्कृतिक और भाषाई पहचान की आधारशिला हैं। हिंदी भाषा को समृद्ध किए बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। डॉ बत्रा ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के श्रींमहंत रवींद्र पुरी द्वारा कुंभ मेले में शाही स्नान के स्थान पर राजसी स्नान नामकरण किए जाने पर आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि हिंदी के विकास के लिए हिन्दी को रोज़गार से जोड़ना होगा तभी हिन्दी को संबल प्रदान होगा तथा हिन्दी को बोलचाल की भाषा में स्वीकार्यता मिलेगी। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ संजय माहेश्वरी ने हिंदी विभाग तथा सभी आयोजको को हिंदी दिवस पर शानदार कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि इतिहास साक्षी रहा हैं की हिंदी भाषा ने देश की एकता को बनाए रखने में महती भूमिका निभाई है। कार्यक्रम के संयोजक मंडल की ओर से डॉ मोना शर्मा तथा डॉ अनुरीषा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रो जे सी आर्य, प्रो विनय थपलियाल, डॉ शिवकुमार चौहान, डॉ पूर्णिमा सुंदरियाल, डॉ सरोज शर्मा, डॉ मीनाक्षी शर्मा, डॉ पदमावती तनेजा, डा विनीता चौहान, डा पल्लवी राणा, विनीत सक्सेना, यादवेन्द्र सिंह, मोहन चन्द्र पाण्डेय सहित अनेक शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।

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