उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हरिद्वार पुलिस ने डाला डेरा, लोगों को चिन्हित करने का काम शुरू
हरिद्वार एसएसपी की दो टूट, जिले का माहौल खराब ओर पत्थर बरसाने वालों को नहीं जाएगा बख्शा

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। हरिद्वार पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए 31 जनवरी को हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्र में महा पंचायत में आए लोगों द्वारा पुलिस पर पथराव और सार्वजनिक निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले दंगों और पथराव में शामिल लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने लोगों को चिन्हित करना शुरू कर लिया है, और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गठित पुलिस टीमों ने अपना डेरा डाल दिया है।
जानकारी के अनुसार 31 जनवरी को थाना खानपुर क्षेत्र अंतर्गत विधायक उमेश शर्मा और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच चल रहे विवाद को लेकर उमेश शर्मा के पक्ष में आए भारी संख्या में समर्थक उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों से थाना खानपुर क्षेत्र पहुंचे तथा पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग कर रोकने का प्रयास करने पर भीड़ ने अत्यधिक उग्रता दिखाते हुए मौके पर मौजूद पुलिस टीम पर पथराव कर दिया था।
जिसका संज्ञान लेते हुए हरिद्वार जनपद एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल द्वारा दिए गए दिशा निर्देश पर थाना खानपुर से तीन पुलिस टीमें रविवार को उत्तर प्रदेश के ग्राम तेजल्हेड़ा थाना छपार, ग्राम पिन्ना थाना कोतवाली मुजफ्फरनगर, ग्राम रोहिणी हाजीपुर ग्राम बिलारसी थाना चरथावल आदि स्थानों में आरोपितों की धर पकड़ हेतु ताबड़तोड़ दबिश दी गई। ओर आरोपी अपने सहयोगियों के साथ अपने घरों से फरार है।
वहीं एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि 31 जनवरी की घटना में कुछ पुलिस कर्मियों के चोटिल होने तथा उग्र भीड़ द्वारा सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने पर आरोपियों के खिलाफ थाना खानपुर में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा घटना से जुड़ी कई वीडियों को जब्त कर भीड़ के पीछे छिप रहे आरोपियों के चिन्हीकरण की कार्यवाही अलग टीम द्वारा संपादित की जा रही है, जबकी बाहरी राज्यों से मूवमेंट कर घटनास्थल के आसपास का रुख करने वाले मोबाइल नंबर भी चिन्हित किए जा रहे हैं।
वहीं हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की दो टूट, जिले का माहौल खराब करने के साथ सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले दंगों और पथराव में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस बल पर पत्थराव तथा नुकसान की भरपाई उन लोगों से की जाएगी, जो इसके लिए जिम्मेदार हैं, साथ ही उकसाने वाले भी और पथराव करने वाले लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।