मुसलमानों को लोकसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो द्वारा हार का जिम्मेदार बताना दुर्भाग्यपूर्ण: अताउर रहमान अंसारी
इमरान देशभक्त रुड़की प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(इमरान देशभक्त) रूड़की। आल इंडिया मोमिन अंसार कॉन्फ्रेंस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव बाबू अताउर रहमान अंसारी ने बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती द्वारा लोकसभा चुनाव के बाद मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बयान देने और उनको वोट न देने का दोषी कहे जाने को निंदनीय बताते हुए मुसलमानों से अपील की है कि वे अब बसपा की बजाय भीम आर्मी से जुड़ें, ताकि भविष्य में उनको बसपा गाली न दे सके। बामसेफ से जुड़े व अखिल भारतीय पोस्टल एम्प्लाइज यूनियन के बीस वर्षों तक सचिव रहे बाबू अताउर रहमान अंसारी ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में दलित समाज ने खुद बसपा को वोट नहीं दिया, जिस कारण बसपा को एक भी सीट नहीं मिली। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को चाहिए कि बसपा नेता के बयानों को देखते हुए उनका बहिष्कार करें। कहा कि पहले भी सुश्री मायावती मुसलमानों को गद्दार कह चुकी है, मगर कुछ स्वार्थी और सत्ता के लालची मुस्लिम नेता बसपा से टिकट लेकर मुसलमानों को अपमानित कराते हैं और खुद भी होते हैं, जिसका ताजा उदाहरण सहारनपुर लोकसभा चुनाव है, जहां बसपा प्रत्याशी माजिद अली व उनके फिल्म कलाकार भाई राशिद को चुनाव के अगले दिन ही पार्टी से बाहर कर दिया। अंसारी ने कहा कि बसपा अब कांशीराम और बाबा साहेब के रास्ते से हट गई है। बामसेफ से वर्षों तक जुड़े रहे अंसारी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को किसी का गुलाम न अपने समाज को देश की मुख्यधारा से जोड़ने के साथ ही शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए।