Blog

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़

भोजन बनवाने से लेकर विद्यालय में छात्राओं से धुलवाए जा रहे जूठे बर्तन

Oplus_131072
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(फिरोज अहमद) लक्सर। जहां एक ओर प्रदेश सरकार, सरकारी स्कूलो में बच्चों के उजवल भविष्य के लिये शिक्षा को बेहतर बनाने का काम कर रही है, तो वही दूसरी ओर सरकारी विद्यालय में बच्चो का भविष्य राम भरोसे नजर आ रहा है। बता दे पूरा मामला बहादराबाद विकास खंड क्षेत्र के रानी माजरा गांव में स्थिति कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विधालय से सामने आया है। जहा विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं से भोजन बनवाया जा रहा है और छात्राओं से झूठे बर्तन तक धुलवाए जा रहे है यहां तक कि बालिकाओं का आरोप है कि उन्हें झूठे बर्तन का दूध तक दिया जा रहा है। दरअसल आपको बता दे सोशल मीडिया पर चिकन को साफ करते वायरल हो रही छात्राओं की वीडियो की पडताड़ करने जब हमारी टीम रानी माजरा गांव में स्थिति कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विधालय में पहुची तो पूरी सच्चाई खुलकर सामने आई, जहा छात्राओं ने कैमरे के सामने आप बीती सुनाई बालिकाओं ने कहा विद्यालय में उनसे भोजन बनवाया जा रहा और बर्तन तक धुलवाए जा रहे हैं यहां तक कि कैमरे के सामने बालिकाओ ने कहा कि उन्हें झूटे बर्तन का दूध तक दिया जा रहा है। वही हमने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो को लेकर जब शुरुआत में ही विद्यालय की वॉर्डन तन्नू चौहान से बात करनी चाही तो पहले उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया, फिर उन्होंने कैमरे से बचते वायरल वीडियो को लेकर कहा कि उनके विद्यालय में कोई चिकन नही बना है चिकन बना बनाया मंगाया गया था, सिर्फ चिकन को गर्म किया गया है जो वीडियो में भी रिकॉर्ड है जिसे आप देख और साफ साफ सुन सकते हैं। उन्होंने कहा बच्चों ने उन्हें चिकन खाने के लिए कहा था जिस पर उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी से बच्चों को चिकन खिलवाले की अनुमति ली थी। जबकि आप वायरल वीडियो में साफ देख सकते कि छात्राएं कच्चे चिकन को साफ करती नजर आ रही है। वही छात्राएं कैमरे के सामने भी साफ शब्दो में हकीकत बया कर रही है बावजूद इसके विधालय की वार्डन साहिब अपनी झूठी सफाई पेश करती नजर आ रही है, यहां तक कि अपनी परेशानियां बया कर रही छात्रा़ओ को भी वार्डन साहिबा ने कैमरे के सामने से हटा दिया और कुछ भी बोलने से मना कर दिया। बरहाल अब देखना यह होगो की इस पूरे मामले में आगे क्या कार्यवाही अमल में लाई जाती है या यूं ही यहां शिक्षा के नाम पर छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ होता रहेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

Related Articles

Back to top button