भारत की अमूल्य धरोहर है गणितज्ञ रामानुजम: महन्त रविन्द्र पुरी
राष्ट्रीय गणित दिवस पर काॅलेज में किया गया भाषण व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। राष्ट्रीय गणित दिवस पर महाविद्यालय में आज कैरियर काउसिंलिंग सेल, आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ व गणित विभाग के संयुक्त तत्वाधान में व गणित शिक्षिका डाॅ. पदमावती तनेजा के संचालन में ‘गणित विषय की उपयोगिता’ विषय पर बी.एससी के छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण प्रतियोगिता व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में जहानवी नरूला ने प्रथम, नीतिशा अग्रवाल ने द्वितीय व तनीषा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं पोस्टर प्रतियोगिता में आंकाक्षा ने प्रथम, दिव्यांशु नेगी व श्रीजिता ने द्वितीय व इशिता व खुशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों और विजयी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने छात्र-छात्राओं को भारत की खोज ‘शून्य और दशमलव प्रणाली’ तथा स्वर्णिम भारत का गणित में योगदान के बारे में बताया। श्री महन्त ने कहा कि भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में अनेकों विद्वानों को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि गणितज्ञ रामानुजम भारत की अमूल्य धरोहर है। ऐसे महान विद्वानों में से एक श्रीनिवास रामानुजन हैं, जिन्होंने गणितीय विश्लेषण के लिए अपना आश्चर्यजनक योगदान दिया।
इस अवसर पर विजयी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनायें देते हुए काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन ने गणित को अचेतन तरीके से पढ़ा और प्रारम्भ में ही अपना शोध विकसित करना प्रारम्भ कर दिया। डाॅ. बत्रा ने बताया कि रामानुजन ने गणितीय विश्लेषण, संख्या सिद्धान्त, अनंत सीरीज और निरन्तर भिन्न अंशों के लिए बहुत योगदान दिया है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने राष्ट्रीय दिवस व विजयी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि श्रीनिवास रामानुजन की जयन्ती पर राष्ट्रीय गणित दिवस की खुशी मनाने में हम इस महान विद्वान को सदैव याद रखेंगे और भारत की गणितीय संस्कृति को बनाये रखने में भी सक्षम होंगे। भाषण प्रतियोगिता व पोस्टर प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल की अहम भूमिका का निवर्हन डाॅ. पुनीता शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा व आंकाक्षा पाण्डेय द्वारा किया गया। डाॅ. माहेश्वरी द्वारा कार्यक्रम संयोजक डाॅ. पदमावती तनेजा, व सह संयोजक कृतिका तोमर व मनीष का कार्यक्रम के सफलता पर धन्यवाद प्रेषित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डॉ शिव कुमार चौहान, डॉ रूचिता सक्सेना, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, विनीत सक्सेना, डाॅ. पुनीता शर्मा, आंकाक्षा पाण्डेय, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. विनीता चौहान, डाॅ. मिनाक्षी शर्मा, डाॅ. सुगन्धा वर्मा, अंकित बंसल, डाॅ. विजय शर्मा, वैभव बत्रा, डाॅ. रश्मि डोभाल आदि शिक्षक व छात्र-छात्रा उपस्थित थे।