गंगा की रक्षा: अवैध खनन के खिलाफ मातृ सदन का दोबारा आंदोलन का ऐलान
वेद प्रकाश चौहान सह सम्पादक
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(वेद प्रकाश चौहान) हरिद्वार। अवैध खनन के खिलाफ मां गंगा की रक्षा हेतु मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने दोबारा आंदोलन शुरू करने की बात कही है। गंगा में खनन खोलने के विरोध में परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद 14 दिसंबर से अनशन करेंगे। इस दौरान वह केवल चार गिलास जल ग्रहण करेंगे। शनिवार को मातृसदन में पत्रकार वार्ता में परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद शासन-प्रशासन पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि पुष्कर धामी सरकार माफिया के साथ मिलकर गंगा को बर्बाद करना चाहती है। मुख्यमंत्री कार्यालय के जनसंपर्क अधिकारी की संलिप्तता से यह जाहिर हो गया है कि वर्तमान धामी सरकार भी खनन माफियाओं को संरक्षण प्रदान कर रही है मातृसदन के विरोध के बाद गंगा और उसकी सहायक नदियों में खनन खोला जा रहा है। खनन को लेकर केंद्र और प्रदेश की ओर से जो नीतियां बनायी जा रही हैं, उनमें पर्यावरण और गंगा रक्षा का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। केवल खनन की नीतियां बनाई जा रही है। गंगा से एक किलोमीटर के दायरे में स्टोन क्रशन लगाने की अनुमति दी गई है। पहले पांच किमी और उससे अधिक का दायरा था। कहा कि पूर्व मांगों के अलावा गंगा में पूर्ण रूप से खनन खोलने, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद की संपत्ति की जांच कराने को वह 14 दिसंबर से अनशन शुरू करने जा रहे हैं। मांगों को लेकर जिम्मेदारों ने गंभीरता नहीं दिखाई तो वह जल त्याग अपने प्राण दे देंगे। बताया कि गंगा रक्षा को लेकर मातृसदन में 23 और 24 दिसंबर को गंगा रक्षा सम्मेलन होगा।











