हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) हरिद्वार। तीर्थ नगरी हरिद्वार में दिनभर लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंचते हैं, वहीं विशेष पर्वों पर हरिद्वार में भारी संख्या में श्रद्धालुओ का आना रहता है। वहीं उत्तराखंड की राजधानी देहरादून होने पर भी हरिद्वार की सड़को पर दिन रात भारी संख्या में वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। जिसमें हरिद्वार पुलिस द्वारा यातायात व्यवस्था को लेकर ट्रैफिक पुलिस की भी हरिद्वार के चौराहों से लेकर मुख्य सड़को पर ड्यूटी रहती है। जिससे यातायात व्यवस्था में किसी भी तरह से कोई बाधा उत्पन्न न हो। वहीं विशेष मुख्य पर्वों पर हरिद्वार में यातायात पुलिस की बहुत बड़ी जिम्मेदारी रहती है। जिसमें जिले के उच्च अधिकारीयों द्वारा ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाते हैं। लेकिन वहीं कुछ पुलिस कर्मी अपनी जिम्मेदारी को समझने के बजाए आराम फरमाते हुए मोबाइल फोन में व्यस्त देखने को मिलते हैं। और तो और हरिद्वार के मुख्य चौराहों पर जहां दिनभर भारी संख्या में वाहनों की आवाजाही बनी रहती है वहां पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा यातायात की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिससे कई बार वाहनों की लम्बी कतार लग जाती है। आखिर ड्यूटी पर तैनात ऐसे पुलिस कर्मी अपनी जिम्मेदारी को समझने के बजाए इतनी बड़ी लापरवाही क्यों करते हैं, जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है, तो वहीं जिले के उच्च अधिकारियों को ड्यूटी पर तैनात ऐसे पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आने पर कार्यवाही करनी चाहिए।