कथा के चौथे दिवस पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म धूमधाम से मनाया गया, सचिन गुप्ता ने आरती कर लिया आशीर्वाद
इमरान देशभक्त रुड़की प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(इमरान देशभक्त) रुड़की। ज्योतिष गुरुकुलम् पुरानी तहसील में पितृपक्ष में श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस कथा व्यास आचार्य रमेश जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा सुनाई।भगवान श्रीकृष्ण संसार के कल्याण के लिए अवतार ग्रहण करते हैं। कथा व्यास ने कृष्ण जन्म कथा से पहले वामन भगवान की कथा सुनाते हुए कहा कि जिन्होंने राजा बलि से तीन पग भूमि मांगी। तीनों पदों में आकाश, पाताल, पृथ्वी को नाप दिया और राजा बलि को पाताल भेज दिया। कथा व्यास ने फिर श्रीराम जन्म की कथा सुनाई।उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम ने राक्षसों का संघार करने के लिए अवतार ग्रहण किया।राजा दशरथ के पुत्र के रूप में आए। उन्होंने रावण रूपी राक्षस का अंत किया और सारी पृथ्वी को पाप से मुक्त किया। पृथ्वी पर अत्याचार व अनाचार बढ़ जाता है। पाप बढ़ जाता है तब पृथ्वी मां की पुकार पर भगवान अवतार ग्रहण करते हैं, देव की ओर वासुदेव की पुकार पर भगवान कृष्ण ने अवतार ग्रहण किया।कंस का अत्याचार जब बढ़ने लगा, तब पृथ्वी मां भी गाय के रूप धारण करके देव लोग गई ब्रह्मा जी से पुकार की भगवान ने पृथ्वी माता की पुकार पर अवतार ग्रहण किया और देव की पुत्र रूप में प्रकट हुए कंस का वध किया।संसार को अत्याचार अनाचार से मुक्त किया। भगवान भक्तों की पुकार पर अवतार ग्रहण करते हैं संसार को रक्षा मुक्त करते हैं भक्तों की रक्षा करते हैं, इसलिए निरंतर भक्ति करते हुए भगवान की साधना करनी चाहिए। विश्व में एकमात्र भारत ऐसा देश है, जहां भगवान ने अवतार ग्रहण किया। भगवान ने भक्तों की रक्षा की विश्व में एकमात्र भारत ऐसा देश है जहां नरसिंह अवतार होता ह। वामन अवतार होता है।श्री राम अवतार होता है श्री कृष्ण अवतार होता है। परशुराम अवतार होता है।भारत भूमि देवभूमि है। भारत भूमि श्री कृष्ण की भूमि है, इसलिए निरंतर हमें इस भूमि को प्रणाम करना चाहिए। सारे तीरथ सारे धाम भारत में हैं। कृष्ण अवतार की कथा में भक्तों ने भजन कीर्तन गए और नृत्य किया। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री सचिन गुप्ता, समाजसेविका पूजा गुप्ता व पूजा नंदा तथा अमित त्यागी एडवोकेट ने कथा में पहुंच आरती में भाग लिया और आचार्य रमेश सेमवाल जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रवीन शास्त्री, राजेश शास्त्री, इंद्रमणि सेमवाल, राधा भटनागर, चित्रा गोयल, सुलक्षणा सेमवाल, अदिति सेमवाल, प्रतीक्षा, भावना, मेघा, रितु वर्मा, अंजू सिंघल, रेनू शर्मा आदि भक्तगण मौजूद रहे।