हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की दिनांक तय हो चुकी हैं, आचार संहिता लगे भी काफी दिन बीत गए। मगर इस बार हरिद्वार प्रशासन सख़्ती से कार्य नही कर रहा जिसके चलते हरिद्वार ग्रामीण में विधायक के बोर्ड और दीवारों पर लिखे गए प्रचार सामग्री को मिटाया नही गया है। इसके बारे मे अन्य दलों ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कैसी आचार संहिता यदि विपक्ष के फ्लेक्स, बोर्ड तो हटाये गए हैं। मगर भाजपा सरकार के बोर्ड कुन्हारी से लेकर लक्सर रोड पर विभिन्न गांवों में मतदाताओं को भृमित करने का कार्य कर रहे हैं। जब इस बारे में हरिद्वार प्रशासन के ए०आर०ओ से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि इस विशेष में मुझे जानकारी नही है, साथ ही उन्होंने कहा कि ये बोर्ड किसी कार्य के शिलान्यास के है ये कोई भी लगा सकता है।
इसमे चुनाव चिन्ह नही है। जबकि दीवारों पर चुनाव चिन्ह वाले दीवारों पर प्रचार भी आसानी से क्षेत्र में देखा जा सकता है। इससे निष्पक्ष चुनाव कराने जाने पर संदेह होता है। क्योंकि लक्सर रोड हो या लालढांग क्षेत्र सभी जगह विभिन्न सेक्टर मजिस्ट्रेट सरकारी तेल खर्च करके घूमते देखे जा सकते हैं। ऐसे कैसे सेक्टर मजिस्ट्रेट है जिन्हें मुख्य सड़कों पर वो प्रचार करते हुवे दीवारें और पीले पीले बोर्ड नही दिख रहे हैं? प्रशासन की ओर से जनता के लिये यह घोषणा करते हुवे तो देखा गया कि किसी भी सार्वजनिक स्थल या दुकान पर चुनाव प्रचार की सामग्री नही लगाई जाएंगी।