सूदखोरों द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित लोग आत्म हत्या करने को हो रहे मजबूर: चर्चा
राजेश कुमार उत्तराखंड प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) हरिद्वार। हरिद्वार जिले में ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों में फाइनेंस का कारोबार धडल्ले से चल रहा है। जहां लोगों की मजबूरी का सूदखोरों द्वारा खूब फायदा उठाया जा रहा है, जो ग्रामीण से लेकर शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा तो यहां तक की है कि कुछ फाइनेंस का कारोबार करने वालों पर बिना लाइसेंस के ही मोटी रकम कमाने के चक्कर में लोगों को ब्याज पर पैसा देकर मोटी रकम एथेन का काम कर रहे हैं। वहीं हरिद्वार जिले में पिछले काफी समय से कुछ सूदखोरों द्वारा सीधे साधे लोगों को मदद के नाम से मोटी ब्याज पर कर्ज देकर उनका शोषण किया जा रहा है। आपको बता दें कि हरिद्वार जिले में आए दिन महंगी ब्याज दर पर कर्ज देकर सैंकड़ों लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनका मानसिक उत्पीड़न करने के मामले सामने आ रहे हैं। जबकि सूदखोर मूलधन से कई गुना रकम लेने के बाद भी लोगों को डरा धमका कर वसूली करने में लगे हैं। वहीं कुछ सूदखोरों द्वारा खुद को पुलिस अधिकारी का रिश्तेदार बताकर अनावश्यक रूप से देर रात में पीड़ित के घर की महिलाओं से अभद्रता तक कर रहे हैं व परिजनों द्वारा पुलिस को शिकायत करने पर धमकी तक दे रहे हैं। वहीं शहर में चर्चा है कि ऐसे सूदखोरों द्वारा सरेआम महिलाओ से अभद्रता करने में कानून का कोई डर नहीं रहा। ऐसे सूदखोरों द्वारा मानसिक रूप से तनाव का शिकार हो रहे लोग आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। जबकि विगत वर्ष हरिद्वार के भगवानपुर थाने में उत्तराखंड के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के जनसंवाद कार्यक्रम में उपस्थित जनता द्वारा ऐसे सूदखोरों द्वारा सरेआम गुंडागर्दी करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की गई थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक द्वारा जनता को भरोसा दिलाया कि जो भी ऐसे ब्याज के कारोबार करने के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। उसके बावजूद हरिद्वार शहर में ऐसे सूदखोर कानून की धज्जियां उड़ाते अपनी तानशाही पर उतारू हो रहे हैं। जिले के उच्च अधिकारियों जल्द ही ऐसे सूदखोरों के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए। जिससे ऐसे तानाशाही सूदखोरों द्वारा पीडितों को न्याय मिल सके।