तीर्थ नगरी हरिद्वार में सड़कों पर कूड़े के लगे अंबार, नगर निगम सोया गहरी नींद
हरिद्वार नगर की सड़को पर कूड़े के लगे ढेर खोल रहे नगर निगम की पोल
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं तमाम मंत्री बड़े बड़े मंचों से स्वच्छ भारत बनाए जाने के साथ समय समय पर स्वच्छता अभियान चलाए जाते हैं, जिसमें बड़े बड़े नेताओं द्वारा सफ़ाई करते हुए फोटो खिचवाने की होड़ लगी रहती है। वहीं बड़े बड़े मंचों से स्वच्छ भारत के भाषण देने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते है। लेकिन धरातल पर कुछ असलियत ओर ही नज़र आ रही है। जी हां हम बात कर रहें है देवभूमि उत्तराखंड में हरिद्वार तीर्थ जो कि देश भर के लोगों का आस्था का केन्द्र है जहां देश विदेश से लाखों श्रद्धालु पतित पावनी गंगा नदी में स्नान करने आते हैं। वहीं साधना करने के लिए भी लोग हरिद्वार में आते रहते हैं। लेकिन हरिद्वार शहर में जगह जगह गन्दगी के ढेर को देख कर श्रद्धालुओं की आस्था के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है। हरिद्वार शहर में गंगा घाटों के आस पास एवं भूपतवाला, खड़खड़ी की मुख्य सड़कों पर जगह जगह गन्दगी के ढेर लगे रहते हैं। जिससे दिन भर आवारा पशु गन्दगी के ढेर में प्लास्टिक की पन्नी व गंदगी खा रहे हैं। जिससे पशुओं में गम्भीर रोग हो रहे हैं। वहीं सड़को पर गन्दगी के ढेर लगे रहने से दुर्गन्ध आती रहती है जिससे सुबह सुबह गंगा घाटों पर स्नान करने, पूजा अर्चना करने जाने वाले लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। जो शहर में एक चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं स्कूल जाने वाले बच्चों को भी गन्दगी के ढेर लगे रहने से बड़ी समस्या बनी रहती है। लेकिन नगर निगम के अधिकारी गहरी नींद में सोए हुए हैं। वहीं शहर में चर्चा बनी हुई है कि देवभूमि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार रहते हुए तीर्थ स्थलों की यह दुर्दशा हो रही है तो भला अन्य शहरों की क्या हालत होगी यह इसी से अनुमान लगाया जा सकता है। सरकार को जल्द ही तीर्थ नगरी हरिद्वार में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए पतित पावनी गंगा माता की मर्यादा बनी रहे।