हरिद्वार

श्री निरंजनी रामलीला के आठवें दिन राम केवट संवाद का किया मार्मिक चित्रण

रवि चौहान हरिद्वार संवाददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
हरिद्वार। श्री निरंजनी रामलीला संस्था श्रवण नाथ पार्क, चतुर्थवार्षिकोत्सव के आठवें दिन मंच पर नौका लीला, पंचवटी और सूर्पनखा के दृश्य के साथ साथ खर-दूषण वध के दृश्य दिखाए गए। शनिवार रात आठवें दिन श्री निरंजनी रामलीला के मंच पर नौका लीला के दृश्य में राम-केवट संवाद का मार्मिक चित्रण किया गया। जिसमे प्रभु राम को गंगा पार करने के उद्देश्य से केवट से निवेदन किया गया, परम भक्त निषाद राज केवट प्रभु को अपने समीप पाकर अभिभूत हो गया। नौका-लीला के दृश्य में केवट के रूप में मंच के बहुमुखी प्रतिभा के धनी उदयीमान कलाकार श्लोक कुर्ल ने दर्शकों को भावुक कर दिया। गंगा पार कर प्रभु राम माता सीता और भ्राता लक्ष्मण के साथ पंचवटी पंहुचे और वहीं पर्णकुटी बना कर प्रवास किया। जहां उन्हें देख कर सूपनखा राम और लक्ष्मण को देख कर मोहित हो गई और बारी बारी से प्रणय निवेदन किया किंतु राम लक्ष्मण के अस्वीकार करने पर क्रोधित हो कर सीता पर आक्रमण करने पर उत्सुक हो गई। जिसमे राम की आज्ञा से लक्ष्मण ने उसके नाक काट दी। इस दृश्य में सूपनखा के अभिनय में शाहिद अली ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। नाक कटवा कर सुपनखा अपने भाई खर और दूषण के पास गई। खर के रूप में अमित गर्ग और दूषण के रूप में गौरव बग्गन ने अपने दरबार का दृश्य भरपूर खूबसूरती से निभाया। राम के अभिनय में प्रकाश शर्मा, लक्ष्मण के अभिनय में आकाश शर्मा, सीता के अभिनय में विकास शर्मा, ने दर्शकों की तालियां बटोरीं। आज मुख्य अतिथि के रूप में हरिद्वार नगर निगम के प्रथम मेयर मनोज गर्ग और वरिष्ठ भाजपा नेता सुभाष चंद तथा निर्मल, संतपुरा कनखल से संत जगजीत सिंह पधारे जिनका मंच पर श्री निरंजनी रामलीला के सचिव भोला शर्मा अध्यक्ष राजू मनोचा मंच के निर्देशक समीर शर्मा “टीना” और रामलीला के सूत्रधार अमित बौरी ने अंगवस्त्र पहना कर और स्मृतिचिन्ह के रूप में भगवन राम का दरबार भेंट कर स्वागत किया। स्वागत में निवर्तमान पार्षद कमल बृजवासी एवं इंद्रजीत सिंह बेदी, सचिन बेदी एडवोकेट, अतुल जुनेजा, तरुण आहूजा, पिंका चंचल, आदि भी सम्मिलित हुए। आज की लीला में बालकलाकारो के रूप में आयुष, सुदर्शन, विकास चंद्रा, भव गर्ग, कृष्णा चंचल, अक्षत राजपूत, देवांश, अर्जुन, भरत, रुद्र आदि ने भी भाग लिया।

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